Tantra shastra: बिल्ली की जेर से होते हैं सभी कार्य सिद्ध, ऐसे करें प्रयोग

Tantra shastra: प्रसवकाल के दौरान बिल्ली के द्वारा एक प्रकार की थैली उसकी योनि से निकलती है जिसे आंवल अथवा साधारण भाषा में जेर कहा जाता है। सभी पशुओं में प्रसव के दौरान आंवल यानि जेर निकलती है, परन्तु ऐसा कहा जाता है कि बिल्ली अपना आंवल (जेर) को स्वयं ही खा लेती है। अगर आप अपनी इच्छा और मनोकामना की पूर्ति करना चाहते हैं तो किसी पालतू बिल्ली का आंवल (जेर) प्रसव के दौरान किसी भी प्रकार प्राप्त कर लें क्योंकि इसका तांत्रिक प्रभाव आपके धन-धान्य और यश, ऐश्वर्य में वृद्धि कर सकता है। तो आइए जानते हैं बिल्ली की जेर के प्रभाव के बारे में।
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- किसी भी शुभ मुहूर्त में बिल्ली जेर को घर में स्थापित किया जा सकता है। क्योंकि बिल्ली के जेर बहुत शुभ मानी जाती है। अगर कोई व्यक्ति अपनी तिजोरी में बिल्ली की जेर को रख लेता है तो ऐसा माना जाता है कि इसके प्रभाव के कारण उस व्यक्ति के धन में कोई कमी नहीं होती है।
- बिल्ली की जेर के प्रभाव से ऐसे व्यक्ति की इच्छा स्वयं ही पूरी होती हैं।
- बिल्ली की जेर किसी रामबाण से कम नहीं होती है। अगर आपको व्यापार में घाटा हो रहा है अथवा आपके जीवन में उन्नति और प्रगति के सारे मार्ग बंद हो गए हैं तो ऐसी परिस्थिति में आप बिल्ली की जेर के प्रयोग से लाभ उठा सकते हैं।
- अगर आप किसी मामले में फंस गए है और आपका मामला अदालत तक पहुंच गया है तो ऐसा माना जाता है कि बिल्ली की जेर न्यायालय में अपने साथ लेकर जाना बहुत लाभदायक होता है।
- बिल्ली की जेर के प्रभाव से व्यक्ति के धैर्य में वृद्धि होती है। और धैर्य के कारण ही व्यक्ति के सारे मनोरथ पूर्ण होते है।
- बिल्ली की जेर प्राप्त होने पर अपने साथ उसे सिद्ध करके जरुर रखें। इससे जीवन में सफलता मिलती है। आपके जो कार्य बनते-बनते काम बिगड़ जाते हैं वे कार्य यथाशीघ्र पूर्ण होते हैं।
- बिल्ली की जेर बहुत चमत्कारी मानी जाती है। बिल्ली की जेर को घर में रखने से परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का स्थायी वास होता है।
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