Tulsi Types: क्या आप जानते हैं इन चार तरह की तुलसियों के बारे में, जानिए कौन सी ज्यादा फायदेमंद

Tulsi Types: क्या आप जानते हैं इन चार तरह की तुलसियों के बारे में, जानिए कौन सी ज्यादा फायदेमंद
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Tulsi Types: एक ऐसा पौधा है, जो सभी के घरों में होता है और उसकी पूजा की जाती है। इस पौधे का नाम तुलसी है। हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा पवित्र माना जाता है। इसका इस्तेमाल न केवल पूजा में होता है बल्कि औषधि के तौर पर भी किया जाता है।

Tulsi Types: हिंदू धर्म के अनुसार घर में तुलसी की पौधा होना बहुत जरूरी है। ऐसा माना जाता है कि रोजाना तुलसी की पूजा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। लोगों के घरों और मंदिर के आसपास आपको तुलसी का पौधा मिल जाएगा। इस पौधे की लोग विधि-विधान से पूजा करते हैं। कार्तिक मास की एकादशी पर तुलसी विवाह किया जाता है। इस साल 24 नवंबर यानी कल शुक्रवार को तुलसी विवाह किया जाएगा। धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक तुलसी का पौधा घर में सकारात्मकता पैदा करता है।

तुलसी का पौधा न सिर्फ घर में सकारात्मकता लाता है बल्कि औषधि के तौर पर भी सर्दियों में इसका इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद में तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल कई घरेलू नुस्खों में किया जाता है। वैसे तुलसी ज्यादातर लोगों के घर में लगी होती है। लेकिन क्या आप लोगों ने कभी सोचा है तुलसी कितनी तरीके की होती है। आइये जानते हैं...

वैसे तुलसी की 60 से ज्यादा प्रजातियां होती हैं। ये भारत समेत पूरे विश्व में पाई जाती हैं। लेकिन इनकी ज्यादातर प्रजातियां हिमालय और मिडिल ईस्ट में होती हैं। तुलसी की लंबाई तीन फीट उससे ज्यादा की भी हो सकती है। अगर हम बात करें, तो भारत में सिर्फ चार तरह की तुलसी ज्यादा चर्चा में रहती हैं। चलिए जानते हैं कि कितने तरह की तुलसी भारत में होती है।

श्याम तुलसी

श्याम तुलसी का इस्तेमाल पूजा के लिए होता है। श्याम तुलसी का नाम बैंगनी पत्तियों के कारण पड़ा है। वेदों की मानें, तो कृष्ण भगवान का रंग भी श्याम वर्ण का है। श्याम तुलसी का प्रयोग गले की खराश और खांसी से आराम पाने के लिए किया जाता है।

रामा तुलसी

ज्यादातर लोगों के घरों में रामा तुलसी होती है। लेकिन कुछ लोगों के यहां पर रामा और श्यामा दोनों तरह की तुलसी होती है। ये तुलसी बिहार, बंगाल के अलावा चीन और ब्राजील में होती हैं। रामा तुलसी अपने टेस्ट के लिए जानी जाती है।

वन तुलसी

वन तुलसी जावा, श्रीलंका, भारत और अफ्रीका के उत्तरी हिस्से में ज्यादा होती है। वन तुलसी रामा और श्यामा तुलसी से बिल्कुल अलग होती है। इसमें एंटी एजिंग के तत्व मौजूद होते हैं।

कपूर तुलसी

कपूर तुलसी अपनी हल्की-हल्की खुशबू के लिए जानी जाती है। इस तुलसी का इस्तेमाल ब्रोंकाइटिस, मलेरिया, डायरिया और स्किन से जुड़ी परेशानियों में किया जाता है।

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