Tone Totke: कलश पर इसलिए रखा जाता है नारियल, जानें इसके उपाय और ये फायदे...

Tone Totke: हिन्दू धर्म में कलश को सुख-समृद्धि और मंगलकामनाओं का प्रतीक माना जाता है। किसी भी शुभ कार्य में कलश का विशेष महत्व है। पूजा-पाठ, विवाह, ग्रह प्रवेश में अकसर कलश और नारियल जरुर रखा जाता है। कहते हैं नारियल के बिना कलश स्थापना अधूरी मानी जाती है। वहीं नारियल को श्रीफल भी कहा जाता है। मांगलिक कार्यों में कलश के साथ श्रीफल की भी पूजा की जाती है। तो आइए जानते हैं क्या है कलश के ऊपर नारियल रखने की वजह और नारियल के लाभकारी उपायों के बारे में...
शास्त्रों में नारियल को भगवान गणेश का प्रतीक माना गया है। कहते हैं कि, नारियल का सफेद भाग और उसका पानी चंद्र ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। वहीं नारियल में त्रिदेवों का वास भी माना जाता है। कलश के ऊपर नारियल रखने का उद्देश्य शुभ काम में देवताओं को आमंत्रित करना होता है। जिससे कि, बिना बाधाओं के वो काम पूर्ण हो सके।
कलश पर नारियल रखते वक्त ध्यान रखें कि, उसका मुख पूजन करने वाले व्यक्ति की तरफ हो। नारियल का मुख उस सिरे पर होता है जहां से वो वृक्ष की टहनी से जुड़ा होता है।
नारियल के उपाय
तंत्रशास्त्र के अनुसार, कर्ज से छुटकारा पाने के लिए चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर नारियल पर एक स्वास्तिक बनाएं। इससे हनुमान जी के प्रिय भोग गुड़-चने के साथ उनके चरणों में अर्पित कर दें। इसके बाद ऋण मोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें। ऐसा करने से कर्ज संबंधी समस्याओं का समाधान हो जाता है।
घर में नकारात्मक शक्तियों को दूर करने के लिए एक नारियल लेकर उस पर काजल का टीका लगाएं और उसे घर के हर कोने में लेकर जाएं और उसके बाद उसे नदी में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से घर पर टोने-टोटकों का असर नहीं होगा और नकारात्मक ऊर्जा का नाश हो जाएगा। खुशहाल जीवन के लिए ये टोटका बहुत लाभकारी है।
अगर आपके कारोबार में लगातार घाटा हो रहा हो या आपका व्यापार मंदा पड़ रहा हो तो एक नारियल को एक पीले कपड़े में लपेट लें और उस पर चने सवा पाव, एक मिठाई रखकर गुरुवार के दिन भगवान विष्णु को चढ़ा दें। ऐसा करने से व्यापार में तरक्की के रास्ते खुलेंगे और कारोबार में मुनाफा हो जाएगा।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)
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