Turtle Ring: कछुए की अंगूठी पहनते समय ये गलतियां कभी न करें, बना हुआ काम बिगड़ेगी

Turtle Ring: कछुआ एक ऐसा जानवर है, जो हमेशा पानी में ही रहता है। ऐसी मान्यता है कि इससे धन, भाग्य और कारोबार (Luck And Business) में वृद्धि होती है। इतना ही नहीं ग्रंथों में भी कछुए के बारे में चर्चा की गई है। कई बुक में भी कछुए के बारे में विस्तार रूप से बताया गया है। यहां तक बताया गया है कि कछुए की अंगूठी (Turtle Ring) जो व्यक्ति धारण करता है वह सुख और सकारात्मक ऊर्जा से भरा रहता है। साथ ही कारोबार और नौकरी में भी तरक्की मिलती है।
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, कछुआ भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के दस अवतारों में से एक है। वहीं, माता लक्ष्मी जल से उत्पन्न हुई हैं, इसलिए ऐसा माना जाता है कि माता लक्ष्मी (Mata Lakshmi) की पूरी विधि विधान से पूजा करने से मां की असीम कृपा भक्तों पर बनी रहती है। भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। इसी तरह से कछुए की अंगूठी पहनने से सारी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। ऐसे में इसे पहनने से पहले इसके कुछ नियम हैं, जिसके पालन करने से शुभ कार्य होंगे। आइये जानते हैं कि यह कौन से नियम हैं।
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ऐसे पहने कछुएं की अंगूठी
- प्राचीनकाल से माना जाता है कि कछुए की अंगूठी पहनना बहुत ही शुभ होता है। मामला यहां संवेदनशील हो जाता है कि आखिर कछुए की अंगूठी पहनते समय हमें किन बातों की ध्यान रखना चाहिए।
- सबसे पहले तो कछुए की अंगूठी मध्यमा या तर्जनी में पहननी चाहिए। इसके साथ ही इस अंगूठी को अपने दाहिने हाथ में ही पहनें।
- शुक्रवार को धन की देवी मां लक्ष्मी का वास होता है, इसलिए कछुए के अंगूठी शुक्रवार को ही खरीदकर उसे धारण करें।
- कछुए की अंगूठी बनाते समय कुछ चीजों को ध्यान में रखना चाहिए। कछुए की अंगूठी बनते समय उसका मुख हमारी तरफ ही होना चाहिए।
- कछुए की अंगूठी को हमेशा पंचधातु, अष्टधातु और चांदी में बनवाएं।
Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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