Valentine Day 2023: ताज महल ही नहीं मथुरा का ये मंदिर भी है प्रेम का प्रतीक, जहां कपल के दर्शन करने से बढ़ता है प्यार

Valentine Day 2023: ताज महल ही नहीं मथुरा का ये मंदिर भी है प्रेम का प्रतीक, जहां कपल के दर्शन करने से बढ़ता है प्यार
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Prem Mandir Vrindavan: मथुरा के वृंदावन का ‘प्रेम मंदिर’ भारत ही नहीं बल्कि विश्वभर में प्रसिद्ध है। ये मंदिर राधा-कृष्ण के प्रेम का प्रतीक है। इस मंदिर में कपल के दर्शन करने से प्यार और भी गहरा होता है।

Prem Mandir Vrindavan: आगरा का ताजमहल (Tajmahal) विश्व का 7वां अजुबा और प्रेम का प्रतीक (symbol of love) माना गया है। यहां वैलेंटाइन डे के मौके पर प्रेमी जोड़े (couple in love) और पति-पत्नी (husband and wife) यहां प्रेम का दीदार (sight of love) करने के लिए आते हैं। आगरा का ताजमहल ही नहीं बल्कि मथुरा के वृंदावन में स्थित प्रेम मंदिर (Prem Mandir) भी प्यार का प्रतीक माना जाता है। शास्त्रों में मान्यता है कि जो भी प्रेम मंदिर में प्रेमी जोड़े में दर्शन करने आते हैं उनकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं और आपसी प्रेम (love) भी बढ़ता है।

मथुरा और वृंदावन में श्रीकृष्ण और देवी राधा रानी के कई सारे प्रसिद्ध मंदिर हैं। इन सभी मंदिरों से पौराणिक इतिहास जुड़ा हुआ है। कई मंदिर तो ऐसे हैं जिनकी वास्तुकला इतनी अदभूत है कि लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। लेकिन विश्वभर में प्रसिद्ध प्रेम मंदिर अपनी भव्यता और खूबसूरती के लिए जाना जाता है। इस मंदिर में देश-विदेश से लोग घूमने के लिए आते हैं।

ये मंदिर इतना खुबसूरत है कि लोग घंटों तक निहारते रह जाते हैं। फिर भी संतुष्टि नहीं होती है। ये मंदिर प्रेम का प्रतीक माना जाता है। वैसे तो हर दिन लोगों की भीड़ देखने को मिलती है। लेकिन वैलेंटाइन डे के मौके पर खासकर प्रेमियों को प्रेम के प्रतीक वाले प्रेम मंदिर में दर्शन करने जरूर जाना चाहिए। आइए जानते हैं प्रेम मंदिर के बारे में कुछ खास रहस्यमयी बातें...

क्या है प्रेम मंदिर की खासियत

  • मथुरा के वृंदावन का प्रेम मंदिर श्री कृष्ण और देवी राधा रानी के प्रेम को समर्पित है और साथ ही यह मंदिर श्री राम और माता सीता जी को भी समर्पित है। इस मंदिर की संरचना पांचवें जगतगुरु कृपालु महाराज जी द्वारा की गई थी। इस मंदिर को बनाने में पूरे 11 साल लग गये थे और काम करने वाले मजदूरों की संख्या करीब एक हजार थी।
  • प्रेम मंदिर का निर्माण कार्य जनवरी 2001 में शुरू किया गया और इसका उद्घाटन समारोह 15 फरवरी से 17 फरवरी 2012 तक किया गया। इस मंदिर की वास्तुकला की बात करें तो इसकी लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई की क्रमश: 122, 115 और 125 फीट है। इस मंदिर का निर्माण संगमरमर के पत्थरों से किया गया है। जो इटली से मंगवाए गए थे।
  • इस मंदिर में श्रीकृष्ण की मनोहर झांकियां भी हैं और साथ ही राम-सीता की खूबसूरत बंगला भी है।
  • प्रेम मंदिर में लोगों की दर्शन के लिए 2018 में खोला गया था।
  • इस मंदिर की खासियत की बात करें तो ये दिन में सफेद और शाम होते ही विभिन्न रंगों में दिखाई देने लगता है। मंदिर में लाइटिंग कुछ इस तरह की है कि हर 30 सेकंड में रंग बदलता हुआ नजर आता है।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

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