Vastu Shastra : कौन हैं वास्तु पुरुष, जानें उनकी ये कहानी

Vastu Shastra : कौन हैं वास्तु पुरुष, जानें उनकी ये कहानी
X
  • वास्तु घर के निर्माण की प्रक्रिया का एक बहुत ही अभिन्न अंग होता है।
  • किसी भी घर के निर्माण के लिए वास्तु का सर्वप्रथम विचार किया जाता है।

Vastu Shastra : वास्तु घर के निर्माण की प्रक्रिया का एक बहुत ही अभिन्न अंग होता है।किसी भी घर के निर्माण के लिए वास्तु का सर्वप्रथम विचार किया जाता है। तो आइए जानते हैं वास्तु पुरुष कैसे प्रकट हुआ, इसके पीछे क्या रहस्य है।

ये भी पढ़ें : Sawan 2021 : सावन के दूसरे सोमवार पर करें चावल का ये अचूक उपाय, भोलेनाथ की कृपादृष्टि से बनेंगे सभी बिगड़े काम

प्राचीन काल में एक समय राक्षस अंधक ने तपोबल से तीनों लोकों को हिला दिया। इसके महादेव ने जगत कल्याण के लिए विकराल रुप धारण कर लिया और अंधक से युद्ध किया तथा उसका वध कर दिया। शिव के विकराल ललाट से एक भीषण बिन्दू पृथ्वी पर गिरा और इसी बिन्दू से विकराल रुप वाला एक प्राणी निकला।

इस प्राणी ने अंधक के शरीर से गिरे हुए सभी रक्त बिन्दुओं का पान कर लिया और भगवान शिव के समक्ष घोर तपस्या करने लगा। वह विकराल प्राणी कई दिनों तक तप करता रहा, उसकी घोर तपस्या से प्रसन्न होकर एक दिन भगवान शिव उसके सामने प्रकट हुए और भगवान शिव ने उस प्राणी से वर मांगने को कहा।

उस प्राणी ने शिव से तीनों लोकों को ग्रास लेने का सामर्थ्य मांगा। उनकी बात सुनकर भगवान शिव ने तथास्तु कहकर वर प्रदान किया।

शिव के वरदान से भयभीत होकर सभी देवता और राक्षसों ने उस विकराल प्राणी को घेर लिया। इस विकराल प्राणी के अंगों पर देवता बैठ गए। सभी देवताओं का निवास होने की वजह से वह वास्तु पुरुष के नाम से पुकारा जाने लगा।

उस विकराल प्राणी ने देवताओं से निवेदन करते हुए कहा कि, वह इस तरह से कैसे रह पाएगा। उसके निवेदन पर ब्रह्मा और समस्त देवताओं ने कहा कि, वास्तु के प्रसंग में जो बलि दी जाएगी और वास्तु शांति के लिए जो यज्ञ होगा वह तुम्हें आहार रुप में प्राप्त होगा। वास्तु पूजा ना करने वाले भी तुम्हारे आहार होंगे।

देवताओं के ऐसा कहने से वास्तु पुरुष नामक प्राणी संतुष्ट हो गया और इसके बाद से संसार में शांति के लिए वास्तुदोष और शांति के यज्ञ का प्रचलन आरंभ हुआ। इसीलिए वास्तु पुरुष का महत्व आज के समय में बहुत ही बढ़ जाता है। इसीलिए कोई भी शुभ काम करने से पहले आप वास्तुदोष और वास्तु पुरुष को जरुर याद करें।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

Tags

Next Story