Vastu Shastra: दक्षिण दिशा में इस जगह मुख्य द्वार हो तो वह आपके लिए है उन्नति का द्वार, जानें इसकी सच्चाई

Vastu Shastra: वास्तु की मानें तो प्रत्येक दिशा में मुख्यद्वार बनाने के लिए एक-दो पॉइंट ही ऐसे होते हैं जहां मुख्यद्वार का निर्माण करने पर शुभ फलों की प्राप्ति होती है। तथा घर धन-संपदा से भर जाता है। वहीं लोगों में घर निर्माण के समय दक्षिण मुखी द्वार को लेकर बहुत ही भय और असमंजस का माहौल रहते है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दक्षिण दिशा में घर का मुख्यद्वार बनाना भी बहुत शुभ हो सकता है। तो आइए जानते हैं दक्षिण मुखी घर बनाते समय अपने घर का मुख्यद्वार किस पॉइंट पर रखें।
हर दिशा में 1,2 ही ऐसे द्वार होते है जो बहुत शुभ होते है बाकी द्वार हानि पहुंचाते हैं। वास्तु के मुताबिक इन दरवाजों को 16 दिशाओं का नक्शा बनाने से ही पता चलता है, कि ये घर में द्वार उन्नति लाते हैं। यहां एक बात और महत्वपूर्ण है कि दक्षिण में जिन लोगों के घर का मुख्य द्वार नंबर 4 पर आएगा है, उन्हें करीबन 2 से 3 साल तो थोड़ा संघर्ष करना पड़ेगा उसके बाद ही यह द्वार आपके लिए लाभकारी सिद्ध होता है।
बाकी जगह पर मुख्य द्वार अपनी प्रकृति के अनुसार ही आपको शुभ-अशुभ परिणाम देंगें, फिर भी जिन लोगों का मुख्य द्वार दक्षिण में उन्नति की जगह अवनति दे रहा है तो वे लोग अमावस्या का दान, गाय गुरु और मंदिर की सेवा करते रहें, सुंदरकांड का पाठ नियमित करवाते रहें। ऐसा करने से आपको घर से शुभ और लाभ की प्राप्ति होगी। वहीं अगर आप वास्तु के अनुसार घर को व्यवस्थित रखेंगे तो आगे आने वाले समय में आपको लाभ ही होगा।
वहीं आपको घर का निर्माण कराते समय प्रत्येक मुख्य द्वार पर दहलीज जरूर बनानी चाहिए। तथा दहलीज नीचे चांदी का तार अथवा चांदी के सिक्के या चांदी की मछलियां जरूर रखनी चाहिए। वैसे सभी दरवाजों पर दहलीज जरूर बनानी चाहिए जिससे खराब ,अशुभ गेट का प्रभाव खत्म हो जाता है।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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