Vastu Shastra : वास्तुशास्त्र के अनुसार सुबह उठते ही इन नियमों का करेंगे पालन तो जीवन बनेगा खुशहाल

Vastu Shastra : जीवन में खुशहाली लाने में प्रात:काल उठने का बहुत बड़ा योग होता है। इस दौरान दिल और दिमाग से सोचे हुए कार्य ईश्वर अवश्य ही पूरा करते हैं, लेकिन हमेशा ही सुबह उठकर आपको अपशगुन देखने से और किसी भी प्रकार का बुरा सोचने से अथवा किसी भी व्यक्ति का बुरा करने से बचना चाहिए। जब समस्त संसार सो रहा होता है तो वह काल संधि का काल होता है। इसलिए वास्तुशास्त्र में सुबह उठने के अनेक नियम बताए गए हैं। ज्योतिष के अनुसार, रात और दिन अथवा दिन और रात जब मिल रहे होते हैं, उसे संधि काल कहते हैं। ऐसे काल में हमारा मस्तिष्क बहुत ही संवेदनशील होता है। ऐसे में कुछ बुरी और नकारात्मक कार्य करने वालह चीजों को देखने से बचना चाहिए। वहीं कुछ लोगों की आदत होती है कि वे लोग सुबह उठते ही आईना देखते हैं, जो कि वास्तुशास्त्र के अनुसार अशुभ होता है। सुबह उठते ही आईना देखने से आपके ऊपर नाकारात्मक शक्तियां हावी हो सकती हैं। तो आइए जानते हैं वास्तु के अनुसार सुबह उठने के नियमों के बारे में...
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वास्तु शास्त्र में सुबह उठने के नियम
- वास्तु के अनुसार, सुबह उठते ही अपने दोनों हाथों को देखकर भगवान का स्मरण करें और धरती माता को प्रणाम करें। इसके बाद अपने कुलदेवता को नमस्कार करके ही अपने दिन की शुरुआत अच्छी होने की कामना करें।
- वास्तु के अनुसार, सुबह उठकर उगते सूर्य को देखें और उन्हें प्रणाम करें तथा स्नान के पश्चात प्रतिदिन उन्हें अर्घ्य दें।
- वास्तु के अनुसार, सुबह उठते ही कम्प्यूटर, मोबाइल पर व्यस्त न हों ।
- वास्तु के अनुसार, सुबह उठकर मंजन करें, नहाए फिर भगवान से सफल और सुखी जीवन की प्रार्थना करें। इसके बाद अपने ईष्टदेव की पूजा करें।
- वास्तु के अनुसार, सुबह बिना शौच जाएं। सौच जाने से पहले किसी भी पदार्थ का सेवन ना करें।
- वास्तु के अनुसार, सुबह उठकर चिड़ियों की चहचहाहट या बच्चों की किलकारी सुनने का प्रयत्न करें। वास्तु में इन दोनों ही बातों को बहुत शुभ माना जाता है।
- वास्तु के अनुसार, सुबह उठकर किसी भी ऐसे व्यक्ति, पशु का चेहरा देखने से बचें जिससे आपके मन में बुरे भाव आते हो।
- वास्तु के अनुसार,सुबह उठते ही मस्तिष्क पर अधिक जोर न दें और अखबार आदि पढ़ने और टीवी देखने के कार्य कुछ देर दिमाग को आराम देकर करें।
- वास्तु के अनुसार,सुबह उठते ही किसी ऐसे पशु का नाम नहीं लेना चाहिए जो अपशगुन हो। जैसे- बंदर, कुत्ता या सूअर।
- वास्तु के अनुसार, सुबह उठते ही किसी के रोने की आवाज सुनना अपशगुन होता है। इसलिए टीवी पर भी रोने-धोने के कार्यक्रम न देखें।
- वास्तु के अनुसार, सुबह-सुबह तेल के बर्तन,सुई-धागे जैसी चीजों को देखना शुभ नहीं माना जाता है।
- वास्तु के अनुसार, सुबह उठते ही रात की किसी बात पर झगड़ा करने से बचना चाहिए।
- वास्तु के अनुसार, सुबह उठकर घर में या दफ्तर जाकर लोगों से कठोर भाषा में बात न करें।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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