Vastu Shastra: नीम का पेड़ दिलाता है हमें इन दोषों से निजात, जानें इसे घर में लगाने के ये फायदे

Vastu Shastra: नीम का पेड़ दिलाता है हमें इन दोषों से निजात, जानें इसे घर में लगाने के ये फायदे
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Vastu Shastra: प्रकृति को प्रत्यक्ष ईश्वर माना जाता है। मानव का वृक्ष और पौधों के साथ सदियों से अटूट रिश्ता रहा है। पेड़-पौधे अगर घर या उसके नजदीक सही दिशा में लगे हों तो घर के वास्तुदोष दूर होते हैं।

Vastu Shastra: प्रकृति को प्रत्यक्ष ईश्वर माना जाता है। मानव का वृक्ष और पौधों के साथ सदियों से अटूट रिश्ता रहा है। पेड़-पौधे अगर घर या उसके नजदीक सही दिशा में लगे हों तो घर के वास्तुदोष दूर होते हैं। वैसे तो हर पेड़ का अपना एक महत्व होता है, लेकिन नीम के पेड़ का औषधीय के साथ-साथ धार्मिक महत्व भी है। इसे घर में या उसके आसपास लगाने से कुंडली में ग्रहों का प्रभाव भी कम होता है। तो आइए जानते हैं नीम के पेड़ के चमत्कारिक फायदों के बारे में...


ज्योतिष शास्त्र में नीम का संबंध शनि और केतु से बताया गया है। इसीलिए दोनों ग्रहों की शांति के लिए घर में नीम का पेड़ लगाना चाहिए। पानी में नीम की पत्तियां डालकर नहाने से केतु ग्रह शांत होता है। वहीं नीम की माला पहनने से शनि के अशुभ प्रभाव कम होते हैं। घर में नीम का पेड़ जरुर लगाना चाहिए। ये घर के लोगों के लिए बहुत शुभ फलदायी माना जाता है। इससे उनके जीवन में प्रगति होगी और वो मान-सम्मान का पद प्राप्त कर सकते हैं।

कहा जाता है कि, नीम के पेड़ में साक्षात मंगल ग्रह वास करते हैं। इस पेड़ को हमेशा घर की दक्षिण दिशा या वायव्य कोण में लगाएं। इससे घर में अमंगलकारी संकट दूर होते हैं, लेकिन नियमित रुप से इसकी सेवा जरुर करें, ताकि आपको इसका पूर्ण फल प्राप्त हो सकते।

भारतीय संस्कृति में नीम के पेड़ को मां दुर्गा का रुप भी माना जाता है। भारत में कई जगह देवी भी इसे कहा जाता है और लोग उनकी पूजा करते हैं। मान्यता है कि, नीम की पत्तियों का धूंआ घर में किया जाए तो इससे नकारात्मक ऊर्जा नहीं आती है।

रविवार को सूर्योदय के समय नीम के पेड़ में जल देने से आरोग्य का वरदान मिलता है और राशियों के बुरे प्रभाव से मुक्ति मिलती है। साथ ही पितृों की भी कृपा प्राप्त होती है।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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