Vastu Shastra: सुबह उठते ही रसोईघर में भूल से भी ना देखें ये चीज, वरना हो जाओगे कंगाल

Vastu Shastra: सुबह उठते ही रसोईघर में भूल से भी ना देखें ये चीज, वरना हो जाओगे कंगाल
X
Vastu Shastra: रसोई घर का मुख्य अंग कहा जाता है। अगर घर शरीर है तो रसोई को उसकी आत्मा माना गया है। रसोई घर में अगर वास्तुदोष उत्पन्न होता है तो इसका असर पूरे परिवार पर पड़ता है। इसीलिए वास्तु शास्त्र में रसोईघर को सबसे अधिक महत्व दिया जाता है। रसोईघर में सुबह प्रवेश करते ही कुछ चीजें नहीं देखनी चाहिए। साथ ही कुछ ऐसे कार्य हैं जो सुबह उठने के तुरन्त बाद रसोईघर में नहीं करने चाहिए। ऐसा करने पर मां अन्नपूर्णा नाराज हो जाती हैं और घर में धन की कमी सताने लगती है।

Vastu Shastra: रसोई घर का मुख्य अंग कहा जाता है। अगर घर शरीर है तो रसोई को उसकी आत्मा माना गया है। रसोई घर में अगर वास्तुदोष उत्पन्न होता है तो इसका असर पूरे परिवार पर पड़ता है। इसीलिए वास्तु शास्त्र में रसोईघर को सबसे अधिक महत्व दिया जाता है। रसोईघर में सुबह प्रवेश करते ही कुछ चीजें नहीं देखनी चाहिए। साथ ही कुछ ऐसे कार्य हैं जो सुबह उठने के तुरन्त बाद रसोईघर में नहीं करने चाहिए। ऐसा करने पर मां अन्नपूर्णा नाराज हो जाती हैं और घर में धन की कमी सताने लगती है। साथ ही परिवार के लोगों में क्लेश बढ़ने लगता है। रसोईघर की दिशा भी सही होनी चाहिए। अगर रसोईघर गलत दिशा में हो तो यह भी वास्तुदोष उत्पन्न करता है। साथ ही रसोईघर में जल और अग्नि की दिशा भी सही होनी चाहिए। क्योंकि रसोईघर से ही संपूर्ण परिवार का स्वास्थ्य जुड़ा हुआ होता है। अगर रसोईघर में वास्तुदोष निर्माण होता है इसका असर परिवार की सेहत पर भी पड़ता है। वास्तु के अनुसार, रसोईघर में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रकार की ऊर्जा होती है। जिनका संतुलन बनाए रखना चाहिए। अगर रसोईघर में आप आइना रखते हैं तो यह अत्यंत ही अशुभ माना गया है। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और क्लेश बढ़ता है। साथ ही रसोईघर में पूजाघर भी नहीं होना चाहिए। क्योंकि रसोईघर में कई बार दुर्गंध भी फैलती है, जोकि पूजाघर की सकारात्मक ऊर्जा पर प्रभाव डालती है। तो आइए जानते हैं रसोईघर में सुबह क्या नहीं देखना चाहिए और कौन से कार्य नहीं करने चाहिए।

ये भी पढ़ें: सुहागिन महिलाएं भूलकर भी न दें किसी को भी ये 5 चीजें, वरना हो सकता है बहुत बड़ा अनर्थ

  1. रसोईघर को हमेशा घर के अग्निकोण में होना चाहिए। अर्थात दक्षिण पूर्व दिशा के मध्य में रसोईघर होना चाहिए। यह दिशा अग्नि की दिशा मानी गई है। इस स्थान पर बनाया गया रसोईघर बहुत ही अच्छा माना जाता है। अगर इस दिशा में रसोईघर बनाना असंभव हो तो उत्तर-पश्चिम दिशा में बनवा सकते हैं। परन्तु दक्षिण-पूर्व दिशा में बना रसोईघर सर्वोत्तम माना जाता है।
  2. रसोईघर में मां अन्नपूर्णा का चित्र अवश्य होना चाहिए और महिलाओं को सुबह स्नान किए बिना कोई भी कार्य आरंभ नहीं करना चाहिए। ऐसा करना अनुचित माना गया है।
  3. स्त्रियों को स्नान करके और मां अन्नपूर्णा को नमस्कार करके ही रसोईघर में कार्य करना चाहिए। इससे मां अन्नपूर्णा की कृपा बनी रहती है और घर में सुख समृद्धि आती है।
  4. सुबह उठने के तुरन्त बाद अगर आप रसोईघर में जाते हैं तो चाकू-छुरी आदि जैसी चीजें नहीं देखनी चाहिए। ये चीजें नकारात्मक ऊर्जा फैलाती हैं।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

Tags

Next Story