Vinayak Chaturthi 2020 Mai Kab Hai : विनायक चतुर्थी व्रत कथा, सिर्फ सुनने मात्र से ही दूर हो जाएंगे सारे विघ्न

Vinayak Chaturthi 2020 Mai Kab Hai : विनयाक चतुर्थी 20 सितंबर 2020 (Vinayak Chaturthi 20 September 2020) को मनाई जाएगी।इस दिन व्रत रखने से जीवन के सभी विघ्न समाप्त होते हैं और सभी सुखों की प्राप्ति होती है। लेकिन आपको विनायक चतुर्थी का व्रत करने से पहले विनायक चतुर्थी की कथा अवश्य ही जान लेनी चाहिए तो चलिए जानते हैं विनायक चतुर्थी की कहानी (Vinayak Chaturthi Ki Kahani)
विनायक चतुर्थी की कथा (Vinayak Chaturthi Ki Katha)
शिव पुराण के अनुसार एक बार भगवान शिव और माता पार्वती नर्मदा नदी के किनारे बैठकर चौपड़ खेल रहे थे। लेकिन इस चौपड़ मे उनकी हार जीत का फैसला कौन करेगा। इसके लिए उन्हें किसी तीसरे व्यक्ति की आवश्यकता थी। इसके लिए भगवान शिव ने कुछ तिनके इक्ट्ठे किए और उसमें जान फूंक दी।इसके बाद भगवान शिव ने उस पुतले से कहा कि बेटा हम चौपड़ खेल रहे हैं। लेकिन हमारी हार जीत का फैसला करने वाला यहां पर कोई नहीं हैं। ऐसे में तुम्हें ही हमारी हार जीत का फैसला करना पड़ेगा। इसके बाद माता पार्वती और भगवान शिव चौपड़ खेलने लगे।
माता पार्वती ने तीनों बार भगवान शिव को चौपड़ में हरा दिया। लेकिन उस बालक ने चौपड़ के खेल में महादेव को विजयी घोषित कर दिया। जिसके बाद माता पार्वती क्रोधिक हो गईं और माता पार्वती ने उस बालक को लंगड़ा होने और कीचड़ में पड़े रहने का श्राप दे दिया। जिसके बाद उस बालक ने माता पार्वती से श्रमा याचना की और कहा कि मुझ से अज्ञानतावश यह हुआ है। मैं किसी के भी पक्ष में नही हूं। जिसके बाद माता पार्वती को उस बालक पर दया आ गई।
उन्होंने उस बालक से कहा कि यहां गणेश जी की पूजा के लिए नागकन्याएं आएंगी। उनके बताए अनुसार तुम भगवान गणेश का व्रत करो। ऐसा करने से तुम मुझे प्राप्त करोगे यह कहकर दोनों अंतर्ध्यान हो गए। एक वर्ष के बाद उस स्थान पर नाग कन्याएं आईं। तब उस बालक ने उन नागकन्याओं से गणेश जी की पूजा विधि पूछी। जिसके बाद उसने 21 दिनों तक भगवान गणेश की पूजा और व्रत किए।
जिसके बाद भगवान गणेश ने प्रकट होकर उसकी इच्छा पूछी। तब उस बालक ने कहा कि भगवान मुझे इतनी शक्ति दीजिए की मैं चलकर अपने माता पिता तक कैलाश पर्वत पहुंच जाऊं। जिसके बाद भगवान गणेश ने उस बालक को यह वरदान दे दिया और वह बालक अपने पैरों पर चलकर कैलाश पर्वत तक पहुंच गया।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS