Vivah Muhurat 2022: मई और जून में होंगी सबसे ज्यादा शादियां, जानें साल 2022 में पड़ने वाले विवाह मुहूर्त

Vivah Muhurat 2022: नए साल 2022 में शादियों के शुभ मुहूर्त की भरमार है। बिना शुभ मुहूर्त के विवाह कार्यक्रम नहीं किए जा सकते हैं। वर्ष में कई मौके आते हैं जब विवाह के कई शुभ मुहूर्त होते हैं वहीं कुछ महीनों तक विवाह के मुहू्र्त ही नहीं होते हैं। हिंदू धर्म में विवाह संपन्न करने के लिए शुभ मूहूर्त का विशेष महत्व होता है। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि इस महीने 11 जनवरी को शुक्र उदय होगा। फिर 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर सूर्य धनु से मकर राशि में आएगा। जिससे खरमास खत्म हो जाएगा। इसके बाद मांगलिक कामों की शुरुआत होगी। 15 जनवरी को साल का पहला विवाह मुहूर्त रहेगा। इस बार शादियों के लिए मई और जून में सबसे ज्यादा मुहूर्त होंगे। 2022 में वसंत पंचमी, अक्षय तृतीया और देवउठनी अबूझ मुहूर्त को मिलाकर शादियों के लिए कुल 52 दिन शुभ रहेंगे।
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गुरु अस्त होने से मार्च में मुहूर्त नहीं
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि 15 जनवरी को साल के पहले विवाह मुहूर्त के बाद 22 फरवरी तक शादियां हो पाएंगी। 23 फरवरी को गुरु अस्त हो जाने के बाद 17 अप्रैल से शादियों का सीजन शुरू होगा। जो कि 8 जुलाई तक रहेगा। फिर 10 जुलाई को देवशयन होने से चातुर्मास शुरू हो जाएगा और 20 नवंबर तक शादियों के लिए मुहूर्त नहीं रहेंगे। इसके बाद 21 नवंबर से 14 दिसंबर तक सिर्फ 9 ही विवाह मुहूर्त होंगे।
सबसे ज्यादा विवाह मुहूर्त मई-जून में
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि इस साल साल जनवरी में 3 और फरवरी में 8 विवाह मुहूर्त रहेंगे। फिर अप्रैल में 6 दिन शादियों हो पाएंगी। वहीं, सबसे ज्यादा विवाह मुहूर्त मई में 15 और जून में 12 दिन रहेंगे। इसके बाद जुलाई में 5 दिन और नवंबर में 4 दिन और दिसंबर में 7 विवाह मुहूर्त रहेंगे।
दो बार शुक्र अस्त लेकिन मुहूर्त पर असर नहीं
विश्वविख्यात भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि इस साल शुक्र दो बार अस्त हो रहा है। पहला, जनवरी में खरमास के समय और दूसरी बार अक्टूबर-नवंबर में चातुर्मास के दौरान। इन दिनों के दौरान वैसे भी शादियों के मुहूर्त नहीं होते हैं। इसलिए शुक्र अस्त होने का महत्व नहीं है। इस तरह साल में कुल 55 दिन तक शुक्र अस्त रहेगा। लेकिन 23 फरवरी से 27 मार्च तक गुरु ग्रह के अस्त होने की वजह से इन दिनों होने वाले विवाह मुहूर्त पर असर पड़ेगा।
साल का पहला अबूझ मुहूर्त वसंत पंचमी
ज्योतिषाचार्य शुभेश शर्मन ने बताया कि वसंत पंचमी को विवाह का अबूझ मुहूर्त माना जाता है। यानी इस पर्व पर शुभ मुहूर्त का विचार किए बिना शादियां की जा सकती हैं। इस बार ये पर्व 5 फरवरी को है। इस बार वसंत पंचमी पर शुक्र और गुरु ग्रह उदय रहने से विवाह मुहूर्त में रुकावट नहीं होगी। पिछले साल शुक्र अस्त होने के कारण वसंत पंचमी पर शादियों का मुहूर्त नहीं था। लोक परंपरा के चलते उत्तराखंड सहित देश के कई हिस्सों में वसंत पंचमी पर विवाह होते हैं।
शुक्र - गुरु ग्रह के अस्त होने पर विवाह नहीं होते
ज्योतिषाचार्य शुभेश शर्मन ने बताया कि विवाह मुहूर्त की गणना करते समय शुक्र तारा और गुरु तारा पर विचार किया जाता है। बृहस्पति और शुक्र के अस्त होने पर विवाह और अन्य मांगलिक कार्यक्रम नहीं किए जाते है। इसलिए, इस दौरान कोई विवाह समारोह नहीं किया जाना चाहिए।
शुभ विवाह मुहूर्त 2022
जनवरी 22, 23 और 24 जनवरी
फरवरी 04, 05, 06, 07, 08, 10,18 और 19 फरवरी
अप्रैल 15, 16, 17, 19, 20, 21, 22, 23, 24 और 27 अप्रैल
मई 02, 03, 09, 10, 11, 12, 15, 17, 18, 19, 20, 21, 26, 27 और 31 मई
जून 01, 05, 06, 07, 08, 09, 10, 11, 13, 17, 23 और 24 जून
जुलाई 04, 06, 07, 08 और 09 जुलाई
नवंबर 25, 26, 28 और 29 नवंबर
दिसंबर 01, 02, 04, 07, 08, 09 और 14 दिसंबर
( कुछ पंचांग में भेद होने के कारण तिथि घट बढ़ सकती है और परिवर्तन हो सकता है। )
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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