Swastik Chinh Benefits In Hindi: जानें स्वास्तिक चिन्ह से जुड़ी खास बातें और इससे मिलने वाले फायदे

Swastik Chinh Benefits In Hindi: सनातन धर्म में स्वास्तिक चिन्ह का बहुत अधिक महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि किसी भी पूजा–पाठ या फिर किसी शुभ कार्य की शुरुआत करने से पहले इस चिन्ह का प्रयोग किया जाता है। इस स्वास्तिक चिन्ह की भुजाओ का अलग–अलग महत्व बताया गया है। यह चिन्ह कई शुभ संकेतों को दर्शाता है। हिंदू शास्त्रों के मुताबिक, इसके कई लाभ हैं। तो आइए जानते हैं इसके लाभ और स्वास्तिक भुजाओं के बारे में...
जानें क्या होता है स्वास्तिक चिन्ह
सनातन धर्म में कई प्रकार के चिन्ह होते हैं। उनमें से एक शुभ चिन्ह स्वास्तिक चिन्ह है। जिसमें हम साथिया चिन्ह या सातिया चिन्ह के नाम से जानते हैं। जिसे शुभ के संकेत रूप में माना जाता है। स्वास्तिक चिन्ह की मुख्य विशेषता है कि इसे घर की जिस भी दिशा में बनाया जाता है, वहां पर सकारात्मक ऊर्जा 100 गुना तक बढ़ जाती है। इसलिए सनातन धर्म को मानने वाले लोग इसको घर के प्रवेश द्वार और अन्य कई जगहों पर बनाते हैं। इस चिन्ह को मंगल का प्रतीक माना जाता है।
स्वास्तिक चिन्ह की चारों भुजाओं का महत्व, लाभ और इतिहास
स्वास्तिक चिन्ह को सौभाग्य का सूचक माना गया है। स्वास्तिक चिन्ह सनातन धर्म में भगवान विष्णु का आसन और माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। इस स्वास्तिक चिन्ह को चंदन, कुमकुम और सिंदूर से बनाने पर कई लगने वाले ग्रह दोष दूर हो जाते हैं। इस चिन्ह से घर में सुख, समृद्धि एवं शांति का वास होता है। जिससे व्यक्ति के आने वाले जीवन की कई बलाएं दूर हो जाती हैं। व्यक्ति जीवन में आगे की ओर बढ़ने लगता है। इसलिए आप भी अपने घर पर स्वास्तिक चिन्ह का प्रयोग करें।
Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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