किन महिलाओं का पति रहता है हमेशा धनवान, आप भी जानें

किन महिलाओं का पति रहता है हमेशा धनवान, आप भी जानें
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ऐसा सभी लोग जानते हैं कि शादी लड़की का भविष्य भी उसके पति के साथ जुड़ जाता है। ऐसे में जो कार्य पत्नी करती है उसका असर पति पर भी पड़ता है। या पति अपने जीवन में जो भी कार्य करता है उनका असर पत्नी पर भी पड़ता है। क्योंकि विवाह के बाद पति-पत्नी दोनों एक-दूसरे के पूरक हो जाते हैं। तो उनको अपने जीवन में ऐसा जरूर देखने को मिलता है। और साथ ही उनके आपसी हित भी आपस में जरूर टकराते हैं। कई स्त्रियों में ऐसे गुण देखने को मिलते हैं कि जिनका असर उनके पति पर बहुत अच्छा पड़ता है, और पत्नी के इन्हीं गुणों के कारण उनके पति मालामाल यानि धनवान होते हैं। यदि किसी स्त्री में ऐसे गुण नहीं हैं तो उन स्त्रियों को भी ये गुण अपने जीवन में जरूर अपनाने चाहिए। जिससे उनके पति और उनके परिवारिक जीवन की परेशानियां समाप्त हो जाएं। तो आइए जानते हैं कि पत्नी में कौन-कौन से गुण होने चाहिए।

ऐसा सभी लोग जानते हैं कि शादी लड़की का भविष्य भी उसके पति के साथ जुड़ जाता है। ऐसे में जो कार्य पत्नी करती है उसका असर पति पर भी पड़ता है। या पति अपने जीवन में जो भी कार्य करता है उनका असर पत्नी पर भी पड़ता है। क्योंकि विवाह के बाद पति-पत्नी दोनों एक-दूसरे के पूरक हो जाते हैं। तो उनको अपने जीवन में ऐसा जरूर देखने को मिलता है। और साथ ही उनके आपसी हित भी आपस में जरूर टकराते हैं। कई स्त्रियों में ऐसे गुण देखने को मिलते हैं कि जिनका असर उनके पति पर बहुत अच्छा पड़ता है, और पत्नी के इन्हीं गुणों के कारण उनके पति मालामाल यानि धनवान होते हैं। यदि किसी स्त्री में ऐसे गुण नहीं हैं तो उन स्त्रियों को भी ये गुण अपने जीवन में जरूर अपनाने चाहिए। जिससे उनके पति और उनके परिवारिक जीवन की परेशानियां समाप्त हो जाएं। तो आइए जानते हैं कि पत्नी में कौन-कौन से गुण होने चाहिए।

ऐसा माना जाता है कि स्त्री हर समय भगवान की सच्चे दिल से अराधना करती है। और ऐसा अकसर देखा भी गया है कि स्त्रियां पुरूषों के मुकाबले ज्यादा समय, विधि-विधान और सच्चे मन से पूजा-पाठ, व्रत और नियमों का पालन करती हैं। तो सच्चे दिल से जो महिला भगवान की अराधना करती है उसका पति हमेशा धनवान रहता है। और वह हमेशा पैसों से खेलता रहता है। इसलिए जो महिलाएं पहले से ही धार्मिक प्रवृति की होती हैं, उनके जीवन में कभी भी कलह नहीं देखी जाती है। उनके जीवन में सदैव सुख और ऐश्वर्य रहता है। और साथ ही भगवान भी उनके आंगन में हंसते-खिल्लाते उनके जीवन में सदैव कृपा करते रहते हैं। लेकिन जो स्त्रियां पूजा-पाठ नहीं करती हैं, भगवान की पूजा नहीं करती हैं। और भगवान की स्वच्छता और साफ-सफाई रखने के बजाय खुद ज्यादा सजने-संवरने में लगी रहती है। और भगवान की पूजा-पाठ में वह अपना मन नहीं लगाती है। ऐसी महिला के घर में कलह का माहौल रह सकता है। इसके अनुरूप स्त्रियां पूजा-पाठ में अपने पति के लिए इतना करती हैं तो पति का भी फर्ज बनता है कि वह भी पूजा-पठ के कार्यों में भाग लें। और कम से कम तो सप्ताह में ऐसा निकाले कि अपनी पत्नी के साथ भगवान की पूजा करें। ताकि आपके जीवन में कोई कंगाली ना आए। और आप सदैव अपने जीवन में ऐश्वर्य का भोग करें।

ऐसी स्त्री जो दिन-रात पति की सेवा करते हुए सभी घर के कार्यों पर ध्यान देते हुए उन्हें पूरा करती है। उस स्त्री पर लक्ष्मी जी काफी प्रसन्न रहती हैं। और ऐसी स्त्रियों का पति अमीर रहता है। और वह खूब पैसे कमाता है। लेकिन यह बात पुरूषों पर भी लागू होती है। कि स्त्रियां ही अपने पति कि दिन-रात सेवा करती हैं। तो बदले में वह पति से अपने स्वाभिमान के लिए अच्छा क्रेडिट चाहती हैं। वहीं महिलाएं भी अपने पति से अपनी तारीफ चाहती हैं। इसीलिए पति को कभी भी अपनी पत्नियों की नाराजगी नहीं झेलनी चाहिए। हमेशा अपनी पत्नी की तारीफ और उसके कार्यों की सराहना करते रहना चाहिए।

जिस घर में पति ज्यादा झगड़ालू होता है। या फिर गुस्से वाली प्रवृति का होता है। उस घर में देवी लक्ष्मी नहीं ठहरती हैं। क्योंकि इससे पुरूष अपनी पत्नी को नाराज करता रहता है। और जिस घर में पत्नी नाराज होती है, तो उस घर में देवी लक्ष्मी भी खुश नहीं रहती है। क्योंकि जिस घर की लक्ष्मी ही नाराज है, तो देवी लक्ष्मी का तो उस घर में खुश रहने का तो कोई औचित्य ही नहीं है। इसलिए पति-पत्नी एक-दूसरे के पूरक हैं तो एक-दूसरे को खुश रखें।

ऐसा कहा जाता है कि स्त्रियों को अपने घर आए गरीब व्यक्ति को दान दिए वगैर खाली हाथ कभी भी अपने घर से नहीं जाने देना चाहिए। जो महिलाएं घर आये मेहमान या घर आये किसी गरीब को, घर आये पुजारी को, खाली हाथ नहीं लौटातीं हैं उन महिलाओं के पति हमेशा अमर रहते हैं, उन्हें कभी गरीबी का भय नहीं सताता है। उनके जीवन में सदैव सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य देखने को मिलते हैं। और उनके जीवन में सदैव समृद्धि आती है।

गरूण पुराण में पत्नी के जिन गुणों के बारे में बताय गया है। उसके अनुसार जिस व्यक्ति की पत्नी में ऐसे गुण होते हैं उसे स्वयं खुद को देवराज इंद्र, यानि भाग्यशाली ही समझना चाहिए। कहते हैं कि पत्नी के सुख के बारे में देवराज इंद्र बहुत ही भाग्यशाली थे। इसलिए गरूण पुराण में यही तथ्य बताये गय हैं।

गरूण पुराण में यह भी बताया गया है कि जो पत्नी गृह कार्यों में दक्ष होती है। जो पत्नी घर के कामकाज संभालने वाली होती है। घर में सदस्यों का आदर-सम्मान करती हो। बड़ों से लेकर छोटों तक का ख्याल रखती हो। जो पत्नी घर के सभी कार्य, जैसे भोजन बनाना, साफ-सफाई करना, घर को सजाना आदि कार्य करना और अपने पति का ख्याल रखना आदि कार्य करती है वह एक गुणी पत्नी कहलाती है।

इसके अलावा बच्चों की जिम्मेदारी ठीक से निभाना, घर आये अतिथियों का मान रखना कम संसाधनों में भी घर को चलाने वाली पत्नी को गरूण पुराण के अनुसार गुणी कहलाती है। और ऐसी पत्नी हमेशा अपने पति की प्रिय होती है।

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