पूजा-पाठ में क्यों होता है आम के पत्ते का उपयोग, जानें धार्मिक कारण

Puja me Aam ke Patton ka Mahatva: सनातन धर्म में अगल-अगल देवी-देवताओं की पूजा-पाठ करते हैं। पूजा करते समय तरह-तरह की पूजा सामग्री का इस्तेमाल भी करते हैं। पूजा-पाठ में कई तरह के फूल और पत्ते का भी इस्तेमाल किया करते हैं, जो बहुत ही शुभ माने जाते हैं। इन्ही पूजा सामग्रियों में से एक है आम का पत्ता। हर मांगलिक कार्य या कोई भी शुभ कार्य हो, उसमें आम के पत्ते का इस्तेमाल करते हैं। ये भी कहा जाता है कि आम के पत्ते के बिना कोई भी पूजा सफल नहीं होती है। तो आइए जानते हैं कि पूजा-पाठ में आम के पत्ते का इतना क्यों महत्व है।
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पूजा-पाठ आम के पत्ते का धार्मिक महत्व
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, आम का फल भगवान हनुमान जी का प्रिय फल माना गया है। आपने देखा होगा जहां भी पूजा-पाठ होता है, वहां आम और आम के पत्ते का उपयोग किया जाता है। कहते हैं कि जो आम और आम के पत्ते से पूजा-पाठ करते हैं, उन पर हनुमान जी की सदैव कृपा बनी रहती है। ऐसा भी माना जाता है कि जिस घर में पूजा-पाठ के दौरान आम के पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है, उस घर से नकारात्मक ऊर्जाओं का प्रभाव खत्म हो जाता है। ऐसी मान्यता है कि आम के पत्ते से पूजा करने से प्रकृति और मनुष्य के बीच संबंध बना रहता है। ऐसे में किसी भी पूजा-पाठ के दौरान आम के पत्ते का इस्तेमाल करते हैं।
क्या है वैज्ञानिक महत्व
वैज्ञानिकों का कहना है कि जिस घर में आम के पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है, उस घर में हर वक्त सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि आम के पत्ते में डायबिटीज को दूर करने की क्षमता होती है। इसके साथ ही इस पत्ते में पाचन और कैंसर जैसी गंभीर बीमारी जैसी समस्याओं से निजात के लिए बेहद ही उपयोगी माना जाता है।
Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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