Akshaya Tritiya 2020: अक्षय तृतीया के टोटके, मिलेगी मनचाही प्रगति और अपार धन

Akshaya Tritiya 2020 : अक्षय तृतीया को हिंदू धर्म में अत्यंत ही शुभ दिन माना जाता है। अक्षय तृतीया 2020 इस बार 26 अप्रैल को है। अक्षय तृतीया के टोटके बहुत ही कारगर साबित होते हैं। अक्षय तृतीया के दिन मां लक्ष्मी के टोटेक अजमाए जाए तो अवश्य रूप से आने वाले समय में आश्चर्यजनक लाभ प्राप्त होता है। आइये जानते हैं अक्षय तृतीया के अचूक टोटके (Akshaya Tritiya ke Totke) के बारे में, जिससे आपको अपार धन और एश्वर्य की प्राप्त होगी।
अक्षय तृतीया टोटके (Akshaya Tritiya ke Totke)
1 अगर आपके व्यापार को नजर लग गई है या तंत्र मंत्र और बाधा है इसके लिए आप अक्षय तृतीया के दिन एक दिव्यशंख, ग्यारह कोड़ियां और सात गोमती चक्र, 108 काली मिर्च और 108 साबुत लौंग और 100 ग्राम पीली सरसों ले लें। पीली सरसों को पीस कर रख लें। शाम के समय में लकड़ी चौकी पर काला कपड़ा बिछाकर के किसी कटोरी में भरकर के इस मिश्रण को स्थापित कर लें। इसके बाद सरसों के तेल का दीपक जलाकर रख दें और दक्षिण की तरफ मुंह करके "ॐ दक्षिण भैरवाय भूत प्रेत बंद तंत्र बंद निगृहनी सर्व शत्रु संगाहारनी सर्व कार्य सिद्ध कुरू कुरू पट स्वहा" मंत्र का तीन माला या 7 माला बार जाप करना है। इस मंत्र का जाप करने के बाद सारी चीजें अपने पास उठाकर रख लें या अपने कार्यक्षेत्र या ऑफिस में शाम के समय में छिड़काव कर दें। ऐसे करने से पूरे साल आपका व्यापार खूब उन्नति करेगा।
2 आक्समिक धन प्राप्त के लिए अपने सामने सात गोमती चक्र और महा लक्ष्मी चक्र को स्थापित करें और सात सरसों के तेल के दीपक जलाएं। ये सब एक ही थाली में करें। थाली अपने सामने रखें और शंख की माला से "हुम हुम हुम श्रीम श्रीम ब्रह्म ब्रह्म फट" मंत्र का 51 बार जाप करें।
3 माता लक्ष्मी के मंदिर में अक्षय तृतीया से प्रारंभ करते हुए प्रत्येक शुक्रवार को धूपबत्ती और गुलाब अगरबत्ती का दान करने से अचानक धन प्राप्ति के योग्य व्यक्ति के जीवन में अवश्य बन जाते हैं।
4. अक्षय तृतीया का व्रत रखकर के गर्मी की वस्तु जैसे छाता, दही, जूता चप्पल, मिट्टी का घड़ा, सत्तू, खरबूजा, खीरा, ककडी, बेल, सर्बत, हाथ वाला पंखा, टोपी आदि वस्तुओं का दान करने से आपके जीवन की समस्त समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
5 लग्न राशि के स्वामी गृह को प्रसन्न करने के लिए और अक्षय तृतीया पर उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए जातक अक्षय तृतीया के दिन से अपनी लग्न राशि के स्वामी के रंग के मुताबिक कपड़ा अपने पास रखें। प्रत्येक जातक की एक चंद्र राशि होती है और इसी तरीके से कुण्डली में जन्म के समय एक लग्न राशि भी होती है। जातक के गुण और व्यवहार को लग्न का स्वामी प्रभावित करता है। यदि किसी के कार्य नहीं बन पा रहे हैं या आर्थिक रूप से तकलीफ में कोई व्यक्ति है तो वह अपनी लग्न राशि के स्वामी के रंग की कोई वस्तु अपने पास जरूर रखें। ऐसा करने से अशुभ प्रभाव समाप्त हो जाता है।
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