Chaitra Navratri Kab Se Hai 2020 : मासिक धर्म में महिलाएं ऐसे रखें चैत्र नवरात्रि का व्रत, नहीं बनेंगी पाप की भागीदार

Chaitra Navratri Kab Se Hai 2020 : मासिक धर्म में महिलाएं ऐसे रखें चैत्र नवरात्रि का व्रत, नहीं बनेंगी पाप की भागीदार
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Chaitra Navratri Kab Se Hai 2020 : चैत्र नवरात्रि का व्रत 25 मार्च 2020 (Chaitra Navratri Vrat 25 March 2020) से प्रारंभ हो रहा है और इसकी समाप्ति रामनवमी (Ram Navami ) के दिन यानी 2 अप्रैल 2020 को होगी, यदि कोई महिला चैत्र नवरात्रि का व्रत रखती है और उसको इस बीच में मासिक धर्म आ जाए तो वह महिला नवरात्रि का व्रत तो रख सकती है लेकिन उसके लिए नवरात्रि व्रत के कुछ नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है।

Chaitra Navratri Kab Se Hai 2020 : चैत्र नवरात्रि पर मां दुर्गा की नौ दिनों तक पूजा- अर्चना की जाती है।नवरात्रि (Navratri) पर प्रत्येक घर में मां दुर्गा की चौकी की स्थापना और घट स्थापना की जाती है। चैत्र नवरात्रि का व्रत (Chaitra Navratri Fast) महिलाएं विशेष रूप से रखती हैं। लेकिन कई महिलाओं को इस समय में मासिक धर्म भी आ जाते हैं। जिसकी वजह से कई महिलाएं अपने व्रत को बीच में ही छोड़ देती हैं। शास्त्रों के अनुसार मासिक धर्म में भी महिलाएं नवरात्रि का व्रत कर सकती हैं।लेकिन इसके लिए उन्हें कुछ नियमों का पालन अवश्य करना चाहिए। जिससे उन्हें अपने नवरात्रि के व्रत का पूर्ण फल प्राप्त हो सके।

ऐसे करें मासिक धर्म में चैत्र नवरात्रि व्रत (Aise Rakhe Masik Dharam Chaitra Navratri Ka Vrat)

1. यदि आपको चैत्र नवरात्रि के पहले दिन ही मासिक धर्म आ जाता है को आप नवरात्रि का व्रत न करें।

2.अगर आपने व्रत करने का संकल्प लिया है तो घर के किसी पुरूष से ही पूजा कराएं और पूजा की किसी भी सामग्री को भूलकर भी हाथ न लगाएं।


3.आपको इस समय मां दुर्गा के मंत्र और दुर्गा सप्तशती का पाठ अवश्य सुनना चाहिए। लेकिन दुर्गा सप्तशती को इस समय में बिल्कुल भी हाथ नहीं लगाना चाहिए.

4.आप इस समय में मंत्रों का मानसिक जाप कर सकती हैं। आपके ऐसा करने से भी आपको चैत्र नवरात्रि व्रत के पूर्ण फलों की प्राप्ति होगी।

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5.आपको इस समय में माता के भोग के लिए भी स्वंय अपने हाथों से कुछ भी नहीं बनाना चहिए और न हीं अपने हाथों से भोग लगाना चाहिए।

6.यदि आपने चैत्र नवरात्रि का पहला व्रत रखा है और आपको नवरात्रि के बीच में मासिक धर्म आ जाता है तो आपको आखिरी नवरात्रि का व्रत अवश्य रखना चाहिए। लेकिन स्वंय न तो पूजा करें और न हीं पूजा की किसी भी चीज को स्पर्श करें।

7. अगर आपका मासिक धर्म नवरात्रि के अंतिम दिन तक भी चल रहा हो तो आपको कन्या पूजन के समय कन्याओं को भी स्पर्श नहीं करना चाहिए।

8.चैत्र नवरात्रि पर आपका जब भी मासिक धर्म समाप्त हो जाए या फिर उसके बाद भी हो तो आपको स्नान के बाद मां भगवती दुर्गा का विधिवत पूजन करना चाहिए।

9. आपको पूजन में उतने ही लौंग के जोड़े चढ़ाने चाहिए। जितने दिनों का आप व्रत न रख सकी हों या फिर जितने दिन पूजा न कर सकी हो।

10. चैत्र नवरात्रि के अंतिम मां दुर्गा से क्षमा याचना अवश्य करें। ऐसा करने से आपसे जो भी जाने- अनजाने गलती हुई होगी मां उसे क्षमा कर देंगी।


मासिक धर्म आने पर चैत्र नवरात्रि में करें इन नियमों का पालन ( Chaitra Navratri Rules During Periods)

1.चैत्र नवरात्रि पर शुद्धता को विशेष महत्व दिया जाता है।यदि आपको मासिक धर्म नवरात्रि पर आ जाए तो आपको भूलकर भी मंदिर नहीं जाना चाहिए।

2. आपको इस समय में मां दुर्गा की किसी भी वस्तु को स्पर्श नहीं करना चाहिए।

3. ऐसे समय में मां दुर्गा की चौकी, ज्योति और कलश को छुना भी निषेध माना गया है।

4. चैत्र नवरात्रि पर माता को लगाने वाले भोग को भी भूलकर स्पर्श न करें।

5. आपको इस समय पर न तो किसी से झूठ बोलना चाहिए और न हीं किसी को अपशब्द बोलने चाहिए।

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6. यदि आपको आपके व्रत के दौरान मासिक धर्म आ गया है तो व्रत न तोड़ें बल्कि व्रत के सभी नियमों का पालन करें।

7. आपको इस समय में किसी भी धार्मिक पुस्तक को छुने से बचना चाहिए आप चाहें तो इन पुस्तकों का पाठ किसी और से करवा सकते हैं।

8.यदि आपने मासिक धर्म में चैत्र नवरात्रि का व्रत रखा है तो आपको अपने लिए भी भोजन स्वंय नहीं बनाना चाहिए।

9. आपको मासिक धर्म के दौरान माता दुर्गा की मूर्ति को भी स्पर्श नहीं करना चाहिए।

10. जब भी आपका मासिक धर्म समाप्त हो जाए आपको उस दिन मां दुर्गा की पूजा अवश्य करनी चाहिए।

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