Chandra Grahan 2019 : जानिए चंद्र ग्रहण कितने प्रकार के होते हैं

Chandra Grahan 2019 : जानिए चंद्र ग्रहण कितने प्रकार के होते हैं
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Chandra Grahan 2019 Chandra Grahan Types Lunar Eclipse Types In Hindi चंद्र ग्रहण कितने प्रकार के होते है (How Many Types of Chandra Grahan)। खगोल शास्त्र के अनुसार चंद्र ग्रहण तीन प्रकार के बताए गए हैं। पूर्ण चंद्र ग्रहण (Total Lunar Eclipse), आंशिक चंद्र ग्रहण (Partial Lunar Eclipse) और खंडच्छायायुक्त चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) इन तीनों चंद्र ग्रहण की स्थितियां भी अलग- अलग होती है। आइए जानते हैं इन तीनों चंद्र ग्रहण के बारे में...

Chandra Grahan 2019 चंद्र ग्रहण कितने प्रकार के होते हैं। खगोल शास्त्र के अनुसार यह एक आम घटना मानी जाती है। चंद्र ग्रहण की खगोल शास्त्र में तीन स्थितियां मानी जाती है। पूर्ण चंद्र ग्रहण, आंशिक चंद्र ग्रहण और खंडच्छायायुक्त चंद्र ग्रहण। चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) आज रात यानी 16 जुलाई 2019 की मध्य रात्रि में 1 बजकर 31 मिनट से दूसरे दिन 17 जुलाई 4 बजकर 30 मिनट तक रहने वाला है। चंद्र ग्रहण का सूतक (Chandra Grahan Sutak Kaal) काल नौ घंटे पहले ही शुरु हो जाएगा। चंद्र ग्रहण के सूतक काल का समय 4 बजकर 30 मिनट 16 जुलाई 2019 को है। चंद्र ग्रहण की इन तीनों स्थितियों के बारे में आज हम आपको बताएंगे तो चलिए जानते हैं। कितने प्रकार का होता हैं चंद्र ग्रहण (Kitna Prakar ka Hota Hai Chandra Grahan)

तीन प्रकार का होता है चंद्र ग्रहण (Tin Prakar Ka Hota Hai Chandra Grahan)


पूर्ण चंद्र ग्रहण (Total Lunar Eclipse)

चंद्र ग्रहण पूर्ण कब होता है। जिस समय चंद्रमा और सूर्य के बीच में पृथ्वीं आ जाती है और जब पृथ्वीं चंद्रमा को पूरी तरह से ढक लेती है। उस समय पूर्ण चंद्र ग्रहण का निर्माण होता है। उस समय चंद्रमा पूरी तरह से लाल नजर आता है। लाल होने के साथ ही उस समय चंद्रमा पर धब्बे भी साफ देखे जा सकते हैं। यह स्थिति सिर्फ पूर्णिमा के दिन ही बनती है। पूर्णिमा के दिन ही पूर्ण चंद्र ग्रहण होने की पूरी संभावना होती है। इस साल 21 जनवरी 2019 के दिन ठीक यही स्थिति बनी थी। जिसे सुपर ब्लड मून के नाम से भी जाना जाता है।


आंशिक चंद्र ग्रहण (Partial Lunar Eclipse)

आंशिक चंद्र ग्रहण वह होता है। जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी न आकर कुछ पृथ्वी की छाया चंद्रमा के कुछ हिस्सों पर ही पड़े।पृथ्वीं की यह छाया सूर्य और चंद्रमा के कुछ खंड पर ही पड़ती है। इसलिए इसे आंशिक चंद्र ग्रहण कहा जाता है। यह ग्रहण काल ज्यादा लंबे समय का नहीं होता। इस चंद्र ग्रहण की अवधि कुछ घंटो की ही होती है। इस साल 16 जुलाई 2019 के दिन पड़ने वाला चंद्र ग्रहण भी आंशिक चंद्र ग्रहण है।


खंडच्छायायुक्त चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse)

खंडच्छायायुक्त चंद्र ग्रहण में चंद्रमा पृथ्वीं की छाया से धुंधला नही होता है। बल्कि यह उपछाया उपस्थित होती है। इसी कारणवश खंडच्छायायुक्त चंद्र ग्रहण हमेशा आंशिक चंद्र ग्रहण से ही शुरु होता है। इस खंडच्छायायुक्त चंद्र ग्रहण में चंद्रमा का लगभग 65 % हिस्सा पृथ्वीं से ढक जाता है।

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