Dhanteras Importance 2019: धनतेरस का महत्व

Dhanteras Importance 2019: धनतेरस का महत्व
X
धनतेरस का महत्व (Dhanteras Importance 2019) देवता और असुरों ने जिस समय समुद्र मंथन किया था । उस समय समुद्र मंथन के दौरान चौदह रत्न निकले थे । उस समय चौदहवें रत्न के रूप में भगवान धनवंतरी अमृत का कलश लेकर बाहर निकले थे । धनतेरस 2019 (Dhanteras 2019) में 25 अक्टूबर 2019 (25 October 2019) के है।

Dhanteras 2019 Date And Time : हिंदू धर्म में धनतेरस (Dhanteras) से ही दीवाली (Diwali) की शुरूआत हो जाती है। धनतेरस के दिन (Dhanteras ka Din) विशेष रूप से भगवान धनवंतरी की पूजा (Dhanvantri puja) की जाती है। देवता और असुरों ने जिस समय समुद्र मंथन किया था । उस समय समुद्र मंथन के दौरान चौदह रत्न निकले थे । उस समय चौदहवें रत्न के रूप में भगवान धनवंतरी अमृत का कलश लेकर बाहर निकले थे । धनतेरस 2019 (Dhanteras 2019) में 25 अक्टूबर 2019 (25 October 2019) के है। हिंदू शास्त्रों में धनतेरस का महत्व (Dhanteras Importance) विस्तार से बताया गया है। धनतेरस के दिन से ही भगवान गणेश, मां लक्ष्मी और कुबेर की पूजा शुरू हो जाती है। कुबेर को चांदी अत्याधिक प्रिय है। इसलिए धनतेरस के दिन चांदी के सिक्के खरीदने का भी विधान है। धनतेरस पर बर्तन खरीदना काफी शुभ माना जाता है। अगर आप धनतेरस के महत्व (Dhanteras Ka Mahatva) के बारे में नहीं जानते तो आज हम आपको धनतेरस के महत्व (Importance Of Dhanteras) के बारे में बताएंगे...


इसे भी पढे : Yogini Ekadashi 2019 : जानें योगिनी एकादशी 2019 में कब है और क्या है भगवान विष्णु के सात रहस्यों में से एक त्रिविक्रम अवतार का रहस्य

धनतेरस का महत्व (Dhanteras Ka Mahatva)

हिंदू धर्म में धनतेरस को विशेष महत्व दिया जाता है। धनतेरस के दिन से ही भगवान भगवान गणेश , मां लक्ष्मी और कुबेर की पूजा शुरू हो जाती है और यह पूजा दीवाली तक चलती है। मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन नई चीजें घर में लाने से घर में मां लक्ष्मी और कुबेर का वास होता है और घर में कभी भी पैसों की कमीं नहीं होती ।

धनतेरस के दिन सोना, चांदी, पीतल और धातुओं के बर्तन आदि खरीदने से उन्नति के सभी रास्ते अपने आप खुल जाते हैं। धनवंतरी जिस समय समुद्र मंथन से प्रकट हुए थे । उस समय उनके हाथ में पीतल का अमृत कलश था । इसलिए इस दिन पीतल के बर्तन भी खरीदे जाते हैं। धनतेरस को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।



इसे भी पढे : Guru Purnima 2019 Date And Time : गुरु पूर्णिमा कब है 2019 में, गुरु दीक्षा के आठ भेद और गुरु प्राप्ति मंत्र

धनतेरस से ही दीपोत्सव का आरंभ होता है। जैन आगम (जैन साहित्य प्राचीनत) में धनतेरस को 'धन्य तेरस' या 'ध्यान तेरस' कहते हैं। जैन मान्यता के अनुसार भगवान महावीर इस दिन ध्यान के लिए चले गए थे और तीन दिन के ध्यान के बाद योग निरोध करते हुए दिवाली के दिन निर्वाण (मोक्ष) को प्राप्त हुए। तब से धनतेरस का दिन जैन आगम में धन्य तेरस के नाम से प्रसिद्ध है।

धनतेरस के दिन झाडू खरीदने को भी काफी शुभ माना जाता है। मान जाता है कि इस दिन झाडू खरीदने और सफाई करने से सभी नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। इस दिन घर के प्रत्येक कोने में सफाई की जाती है। जिससे मां लक्ष्मी और कुबेर की कृपा सदैव बनी रहे और भगवान गणेश रिद्धि-सिद्धि के साथ घर मे प्रवेश करें।


और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App

Tags

Next Story