Makar Sankranti 2020 : मकर संक्रांति पर ऐसे करें दान की थाली तैयार

Makar Sankranti 2020 : मकर संक्रांति पर ऐसे करें दान की थाली तैयार
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Makar Sankranti 2020 / मकर संक्रांति 2020 : मकर संक्रांति पर दान की थाली (Makar Sankranti Daan Thali ) तैयार करने के लिए विभिन्न वस्तुओं की जरूरत होती है और यदि इनमें से कोई भी वस्तु भूलवश छूट जाए तो उस दान का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता, इसलिए मकर संक्रांति (Makar Sankranti) पर संपूर्ण दान थाली तैयार करना आवश्यक होता है, तो चलिए जानते हैं मकर संक्रांति पर कैसे करें दान की थाली तैयार

Makar Sankranti 2020 / मकर संक्रांति 2020 : मकर संक्रांति पर दान (Makar Sankranti Daan) की थाली तैयार करना अत्यंत ही आवश्यक है। यदि आप भी मकर संक्रांति पर दान की थाली तैयार करना चाहते हैं और आपको इसके बारे में नहीं पता तो आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे। मकर संक्रांति का त्योहार (Makar Sankranti Festival) साल 2020 में 15 जनवरी 2020 को मनाया जाएगा तो चलिए जानते हैं मकर संक्रांति पर कैसे करें दान की थाली तैयार


मकर संक्रांति पर ऐसे तैयार करें दान की थाली (Makar Sankranti Kaise Taiyar Kare Daan Ki Thali)

1. मकर संक्रांति पर दान की थाली सजाने के लिए सबसे पहले एक थाली लें आप चाहें तो स्टील या तांबे की थाली ले सकते हैं। आप जिसे भी दान दें उसे थाली सहित दान दें।

2. इस दिन खिचड़ी का दान विशेष रूप से किया जाता है। इसलिए एक कटोरी में चावल और दूसरी कटोरी में मूंग की दाल रखें आप चाहें तो अरहर की दाल भी इसमें रख सकते हैं।

3. इसके बाद उस थाली में दो आलू रखें आप चाहें तो इसकी जगह कोई और सब्जी भी रख सकते हैं।

4. थाली में सब्जी रखने के बाद उस थाली में दही और चूड़ा भी रखें जिसे पोहा भी कहा जाता है। क्योंकि यूपी और बिहार में मकर संक्रांति के दिन दही और चूड़ा भी दान किया जाता है।

5. यह सब चीजें रखने के बाद उस थाली में गुड़ और तिल अवश्य रखें। आप चाहें तो गुड़ और तिल से बनी मिठाईयां भी दान के लिए रख सकते हैं।


6. इसके साथ ही आप दान के लिए थाली में मूंगफली, रेवड़ी और गजक आदि भी रखें तो ज्यादा उत्तम होगा।

7. इस दिन ऊनी वस्त्र दान करना भी काफी शुभ माना जाता है। इसलिए मकर संक्रांति से एक दिन पहले अपने सामर्थ्य के अनुसार एक ऊनी वस्त्र दान के लिए अवश्य लाएं।

8.इसके बाद थाली में अपने सामर्थ्य के अनुसार दक्षिणा भी अवश्य रखें। क्योंकि बिना दक्षिणा के कोई भी दान पूरा नहीं होता।

9.दान की पूरी थाली तैयार करने के बाद दान का संकल्प लें और सूर्यदेव की पूजा और उनका ध्यान अवश्य करें।

10. इसके बाद इस थाली को आप किसी जरूरतमंद व्यक्ति या किसी ब्राह्मण को दान में दे दें। आप चाहें तो इस थाली को मंदिर में भी दान दे सकते हैं।

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