Narak Chaturdashi 2019 : जानिए क्यों किया जाता है नरक चतुर्दशी पर अभ्यंग स्नान का महत्व, विधि और अभ्यंग स्नान के लाभ

Narak Chaturdashi 2019 नरक चतुर्दशी कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है। इस दिन यम तर्पण, दीप दान आदि किया जाता है। लेकिन इन सब के अलावा इस दिन अभ्यंग स्नान (Abhyang Snan) को भी अधिक महत्व दिया जाता है। नरक चतुर्दशी (Narak Chaturdashi) के दिन अभ्यंग स्नान करने से न केवल मनुष्य को नर्क दोषों से मुक्ति मिलती है। बल्कि उसका शरीर भी स्वस्थ होता है। तो आइए जानते हैं नरक चतुर्दशी पर अभ्यंग स्नान का महत्व, विधि और अभ्यंग स्नान के लाभ
नरक चतुर्दशी पर अभ्यंग स्नान का महत्व (Narak Chaturdashi Abhyang Snan Ka Mahatva)
नरक चतुदर्शी पर अभ्यंग स्नान का अलग ही महत्व है। इस दिन अभ्यंग स्नान करने से नर्क दोष मिट जाता है यानी सभी प्रकार के पापों का नाश होता है। इतना ही नहीं स्वास्थय के दृष्टि कोण से भी तिल के तेल की मालिश बहुत ही लाभदायक होती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है। वैसे भी कार्तिक मास के महिने में मौसम में बदलाव होता है। जिससे शरीर आसानी से रोगों को पकड़ लेता है। तिल के तेल की मालिश से स्वास्थय तो ठीक रहता ही है साथ ही साथ इससे रूप में भी निखार आता है और शरीर का तेज भी बढ़ता है। इसी कारण से नरक चतुदर्शी को रूप चतुर्दशी भी कहते हैं।
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अभ्यंग स्नान की विधि (Abhyang Snan Ki Vidhi)
1. अभ्यंग स्नान करने के लिए सबसे पहले नरक चतुदर्शी के दिन सूर्योदय से पहले उठें। इसके बाद सिर से लेकर पैर तक अच्छी तरह से तिल के तेल की मालिश करें।
2. इसके बाद पानी में रीठा या शिकाकाई और आम के पत्ते डालकर पानी को उबालें।
3.पानी को उबालने के बाद अपमार्ग की जड़ की पूरे शरीर पर घूमाएं।
4.अपमार्ग की जड़ को पूरे शरीर में घूमाने का बाद सितालोष्ठसमायुक्तं सकण्टकदलान्वितम्।हर पापमपामार्ग भ्राम्यमाण: पुन: पुन:।। मंत्र का जाप करें।
5.इसके बाद रीठा और शिकाकाई वाले गुनगुने जल से स्नान कर लें। स्नान करते समय यमराज को अवश्य याद करें।
6. स्नान करने के बाद सफेद या पीले रंग के वस्त्र धारण करें।
7.इसके बाद कुमकुम का अपने माथे पर तिलक करें।
8.अभ्यंग स्नान से मन को शांति और शरीर के रोग समाप्त होते हैं।
9.अभ्यंग स्नान करने के पश्चात् यम तर्पण किया जाता है।इसलिए दक्षिण दिशा में बैठकर यमराज के मंत्रों का जाप करें।
10. मंत्र जाप करने के बाद यम दीप अवश्य जलाएं। जिससे आपको सभी प्रकार के पापों से छुटकारा प्राप्त हो।
Narak Chaturdashi 2019 : नरक चतुदर्शी के टोटके
नरक चतुर्दशी पर अभ्यंग स्नान के लाभ ( Narak Chaturdashi Per Abhyang Snan Ke Labh)
1. अभ्यंग स्नान से शरीर का बल्ड सर्कुलेशन सुचारू रूप से काम करता है।
2. अभ्ंयग स्नान के करने से मन को शांति तो मिलती ही है। इसके साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
3. अभ्यंग स्नान शरीर न केवल स्वस्थ बनाता है बल्कि रूप को भी निखारता है। इसलिए नरक चतुर्दशी को रूप चतुर्दशी भी कहा जाता है।
4. अभ्यंग स्नान व्यक्ति को तनाव से मुक्त करता है। इसलिए इस स्नान को अयुर्वेद में अधिक महत्व दिया जाता है।
5. अभ्यंग स्नान से शरीर के जोड़ों का दर्द भी पूरी तरह से ठीक हो जाता है। इसलिए नरक चतुर्दशी के दिन अभ्यंग स्नान अवश्य करें।
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