Navratri 2019 : नवारात्रि पर दुर्गा सप्तशती पाठ करने से मिलेंगे ये लाभ, जानें सही विधि और दुर्गा सप्तशती मंत्र

Navratri 2019 नवरात्रि में प्रत्येक घर में मां दुर्गा की पूजा की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं दुर्गा सप्तशती पढ़कर आप अपने जीवन की सभी परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं। दुर्गा सप्तशती (Durga Saptashati) में मां के नौ रूपों की महिमा का गुणगान किया गया है। शारदीय नवरात्रि इस साल 2019 (Shardiya Navratri 2019) में 29 सितंबर 2019 के दिन पड़ रही है। शास्त्रों के अनुसार दुर्गा सप्तशती को स्वंय मां की ही रूप कहा गया है तो आइए जानते हैं दुर्गा सप्तशती पाठ के लाभ, दुर्गा सप्तशती पाठ की विधि और दुर्गा सप्तशती पाठ के मंत्र
इसे भी पढ़ें : Shardiya Navratri 2019: शारदीय नवरात्रि कब है, घटस्थापना मुहूर्त, महत्व, पूजा विधि कथा, दुर्गा पूजा, नवमी, महानवमी और दशहरा की जानकारी
दुर्गा सप्तशती पाठ के लाभ (Durga Saptashati Path Ke Labh)
1. दुर्गा सप्तशती के पहले पाठ का अध्ययन करने से मनुष्य के जीवन की सभी प्रकार की चिंताए दूर होती है। इतना ही नहीं इस पाठ का अध्ययन करने से शक्तिशाली से भी शक्तिशाली शत्रु का भय दूर होता है शत्रुओं का नाश होता है।
2.दुर्गा सप्तशती के दूसरे पाठ का अध्ययन करने से किसी के द्वारा घर एवं भूमि पर अधिकार करने और वाद विवाद में विजय प्राप्त होती है। इसलिए इस पाठ का अध्ययन अति महत्वपूर्ण है।
3.दुर्गा सप्तशती के तीसरे पाठ का अध्ययन करने से कोर्ट केस आदि में विजय प्राप्त होती है। इस पाठ अध्ययन करने से किसी भी युद्ध में भी सफलता प्राप्त होती है।
4.दुर्गा सप्तशती के चौथे पाठ का अध्ययन करने से धन संबंधी सभी परेशानियां समाप्त होती है। इतना ही नहीं इस पाठ का अध्ययन करने से सुंदर जीवनसाथी की भी प्राप्ति और मां की भक्ति की भी प्राप्ति होती है।
5.दुर्गा सप्तशती के पांचवें पाठ का अध्ययन करने से भक्ति प्राप्त होती है। इसके अलावा इस पाठ का अध्ययन करने से बुरे स्वप्न और भूत- प्रेत जैसी बाधाओं का भी निराकरण होता है।
6.दुर्गा सप्तशती के छठे पाठ का अध्ययन करने से जीवन की समस्त बाधाएं दूर होती है और मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है।
7.दुर्गा सप्तशती के सातवें पाठ का अध्ययन करने से हृदय की कोई विशेष कामना या फिर किसी गुप्त कामना की पूर्ति होती है।
8.दुर्गा सप्तशती के आठवें पाठ का अध्ययन करने से धन लाभ तो होता है। इसके साथ ही आपके व्यक्तितव में एक अलग ही प्रकार का वशीकरण आ जाता है।
9.दुर्गा सप्तशती के नवें पाठ का अध्ययन करने से खाई हुए चीज या फिर खोए हुए व्यक्ति तलाश में सफलता प्राप्त होती है एंव सम्पत्ति और धन का लाभ भी प्राप्त होता है।
10.दुर्गा सप्तशती के दसवें पाठ का अध्ययन करने से शक्ति और पराक्रम में बढ़ोतरी होती है। इसी के साथ संतान संबंधी सभी बाधाएं दूर होती है और संतान सुख की प्राप्ति होती है।
11.दुर्गा सप्तशती के ग्यारहवें पाठ का अध्ययन करने से सभी प्रकार की चिंता, व्यापार में सफलता एवं सुख और संपत्ति की प्राप्ति होती है।
इसे भी पढ़ें : Navratri 2019 : नवरात्रि पर जानिए क्या करें और क्या न करें
दुर्गा सप्तशती पाठ की विधि (Durga Saptashati Path ki Vidhi)
दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से पहले इसका पूजन अत्यंत ही आवश्यक है। सबसे पहले दुर्गा सप्तशती पर गंगाजल का छिड़काव करें। उसके बाद दुर्गा सप्तशती का रोली से तिलक करें। तिलक करने के बाद दुर्गा सप्तशती पर फूल अर्पित करें। इसके बाद दुर्गा सप्तशती को धूप व दीप दिखाकर इसका पूजन अवश्य करें। पूजन के बाद मां दुर्गा का ध्यान करके इसका पाठ करें। नवरात्रि में प्रतिदिन एक- एक अध्याय का पाठ तो अवश्य ही करें। पाठ करने के बाद दुर्गा सप्तशती को जमीन पर न रखें बल्कि जहां पर आपने मां दुर्गा की स्थापना की हो वहीं पर दुर्गा सप्तशति को रखें।
दुर्गा सप्तशती के मंत्र (Durga Saptashati Mantra)
1.सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके ।
शरण्येत्र्यंबके गौरी नारायणि नमोस्तुऽते॥
2.सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वितः।
मनुष्यों मत्प्रसादेन भविष्यंति न संशय॥
3. देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि में परमं सुखम्।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि॥
4.शरणागतर्दिनार्त परित्राण पारायणे।
सर्व स्यार्ति हरे देवि नारायणि नमोऽतुते॥
5. ऐश्वर्य यत्प्रसादेन सौभाग्य-आरोग्य सम्पदः।
शत्रु हानि परो मोक्षः स्तुयते सान किं जनै॥
6.सर्वबाधा प्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्वरी।
एवमेव त्याया कार्य मस्माद्वैरि विनाशनम्॥
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS