Pitru Paksha 2019: पितृ पक्ष पर गर्भवती महिलाएं क्या करें और क्या न करें

Pitru Paksha 2019 पितृ पक्ष पर गर्भवती महिलाएं क्या करें और क्या न करें। यह जानकर अपने गर्भ में होने वाले शिशु की रक्षा कर सकती हैं। क्योंकि पितृ पक्ष में पितरों के साथ- साथ कई बुरी आत्माएं भी आ जाती हैं। जो गर्भवती महिलाओं और उनके शिशु को नुकसान पहुंचा सकती हैं। पितृ पक्ष इस साल 2019 (Pitru Paksha) में 13 सितंबर 2019 (13 September 2019) से शुरु हो रहे हैं। इसमें पितरों का श्राद्ध और तर्पण किया जाता है। जिससे पितरों का आर्शीवाद प्राप्त हो सकें तो आइए जानते हैं।पितृ पक्ष पर गर्भवती महिलाएं क्या करें और क्या न करें
पितृ पक्ष पर गर्भवती महिलाएं क्या करें (Pitru Paksha Mai Grabhvati Mahilaye Kya Kare)
1.पितृ पक्ष पर गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से पितरों की आराधना करनी चाहिए। यदि वह कुछ भी नहीं कर सकती हैं तो वह केवल प्रतिदिन पितर देवताओं को हाथ जोड़कर प्रणाम ही कर लें। ऐसा करने से उन्हें उत्तम और योग्य संतान की प्राप्ति होगी।
2.पितृ पक्ष में गर्भवती महिलाओं को एक तुलसी की माला अपने गले में अवश्य पहननी चाहिए क्योंकि तुलसी की माला में भगवान विष्णु का वास होता है और अगर आप ऐसा नहीं कर सकती तो कुछ तुलसी के पत्ते ही अपने पास रख लें ऐसा करने से आपकी आपके शिशु की रक्षा होगी।
3. पितृ पक्ष के दौरान आपके यहां जो भी आए उसे भोजन अवश्य कराना चाहिए। क्योंकि हमारे पितृ किसी भी रूप में हमारे पास आ सकते हैं। इसलिए पितृ पक्ष में सभी को भोजन अवश्य दें।
4. पितृ पक्ष में गर्भवती महिलाओं को किसी ब्राह्मण या निर्धन व्यक्ति को भोजन अवश्य कराना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से पितर तृप्त होते हैं और हमें आर्शीवाद प्रदान करते हैं।
5. पितृ पक्ष में गर्भवती महिलाओं को कुत्ते, कौए और गए को भोजन जरूर देना चाहिए क्योंकि पितृ पक्ष में इन तीनों को भोजन देना काफी शुभ रहता है।
6. पितृ पक्ष में गर्भवती महिलाओं को अपने पितरों के दिनों में सदैव ही अपने पितरों को याद करके उनसे अपनी और अपने होने वाले शिशु की रक्षा के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।
7.पितृ पक्ष में गर्भवती महिलाओं को अपने शिशु और अपनी रक्षा के लिए माथे और नाभी पर काला टिका या माथे पर काली बिंदी अवश्य लगाएं। ऐसा करने से उनकी और उनके गर्भस्थ शिशु की रक्षा होगी।
8.पितृ पक्ष में गर्भवती महिलाओं को अपने उल्टे पैर में काला धागा अवश्य बांधना चाहिए। काला धागा सभी प्रकार की नकारात्मका को खत्म कर देता है। इसलिए आपको पितृ पक्ष के इन 15 दिनों में काला धागा अवश्य बांधना चाहिए और पितृ पक्ष के बाद इस काले धागे को उतार दें।
9.पितृ पक्ष के दौरान गर्भवती महिलाओं को सभी घर के किसी भी बुजूर्ग का भी अपमान न करें नहीं तो आपके पितर आपसे नाराज हो सकते हैं।
10. पितृ पक्ष के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपने भांजे को भोजन और दक्षिणा अवश्य देनी चाहिए। क्योंकि शास्त्रों के अनुसार एक भांजे को 100 ब्राह्मणों के बराबर माना गया है।
पितृ पक्ष पर गर्भवती महिलाएं क्या न करें (Pitru Paksha Mai Grabhvati Mahilaye Kya Na Kare)
1.पितृ पक्ष पर गर्भवती महिलाओं को एकांत स्थान और घने जंगल में भूलकर भी नहीं जाना चाहिए। यदि वहां जाना आवश्यक है तो अपने साथ किसी न किसी को अवश्य लेकर जाएं। क्योंकि ऐसे स्थान पर नकारात्मक शक्तियों का प्रवास होता है। जो गर्भवती महिला और उसके होने वाले शिशु को नुकसान पहुंचा सकती है।
2.पितृ पक्ष के दिनों में गर्भवती महिलाओं को श्रृंगार और इत्र लगाकर भी इधर - उधर नहीं घूमना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से उनको उनके होने वाले शिशु को परेशानी हो सकती है।
3.पितृ पक्ष के दौरान गर्भवती महिलाओं को श्मशान घाट के पास से नहीं गुजरना चाहिए। क्योंकि इस समय पितरों के साथ- साथ कई बूरी आत्माएं भी पृथ्वीं पर आ जाती हैं और उनकी छाया पड़ने से गर्भ में पलने वाले शिशु पर इसका दुष्प्रभाव पड़ सकता है।
4.पितृ पक्ष में गर्भवती महिलाओं को रात्रि के समय में अकेले बिल्कुल भी बाहर नहीं जाना चाहिए क्योंकि रात्रि के समय में बुरी शक्तियों का प्रभाव अत्याधिक बढ़ जाता है। जो मां और होने वाले बच्चे को अपना असर डालकर गर्भ नष्ट कर सकती हैं।
5.पितृ पक्ष में गर्भवती महिलाओं को किसी भी प्रकार से अपने पितरों का अपमान नहीं करना चाहिए ऐसा करने से आपके पितर आपसे रुष्ट हो सकते हैं और आपको दंडित कर सकते हैं।
6.पितृ पक्ष के दौरान गर्भवती महिलाओं को किसी भी प्रकार से मासाहार का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आपके पितर रूष्ट हो सकते हैं और बुरी शक्तियों का प्रभाव आप पर बढ़ सकता है।
7.पितृ पक्ष के दौरान गर्भवती महिलाओं को गाय, कुत्ते और कौए का नहीं मारना चाहिए क्योंकि इस समय हमारे पितर इन रूपो में आकर हम से श्राद्ध का भोजन मांगते हैं और अगर आप ऐसा करती हैं तो आपको पितरों का श्राप मिलेगा जो आपको अनेकों परेशानियों में डाल सकता है।
8.पितृ पक्ष में गर्भवती महिलाओं को किसी ब्राह्मण या निर्धन व्यक्ति का भी अपमान नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से आपके पितर श्राप तो मिलेगा ही साथ ही ब्राह्मण का श्राप भी मिलेगा। जिससे आपको अनेकों कष्टों का समाना करना पड़ेगा।
9.पितृ पक्ष में गर्भवती को कोई भी ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए जो शास्त्रों में वर्जित हो। क्योंकि पितृ पक्ष में साक्षात् पितृ हमारे आस पास होते हैं। इसलिए कोई भी ऐसा कार्य न करें। जिससे आपके पितृ आपसे नाराज हो जाएं।
10. पितृ पक्ष में गर्भवती महिलाओं को शरीरीक संबंध बनान से बचना चाहिए नहीं तो आपका होने वाला शिशु अस्वस्थ पैदा होगा।
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