Teachers Day 2019 : शिक्षक दिवस पर जानिए कुंडली के अनुसार एक सफल शिक्षक बनने के योग

Teachers Day 2019 शिक्षक दिवस इस साल 2019 में 5 सितंबर 2019 (5 September 2019) के दिन मनाया जाएगा। शिक्षक बनने के लिए कुंडली में कुछ विशेष योगों का होना अत्ंयत आवश्यक है। शिक्षक ही बच्चे के भविष्य निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं। शिक्षक (Teacher) ही किसी भी छात्र को शारीरीक और मानसिक तौर पर मजबूत बनाने का कार्य करते हैं। शास्त्रों के अनुसार हमारे पहले गुरु हमारे माता और पिता को मना गया है। उसके बाद हमारे जीवन को सही मार्ग ज्ञान देने वाला गुरु करता है।एक टीचर ही हमें भविष्य में आने वाली चुनौतियों का सामना करना सिखाता है। तो आइए जानते हैं कुंडली के अनुसार एक सफल शिक्षक बनने के योग कौन से हैं
किन ग्रहों के बली होने से बनते हैं सफल शिक्षक (Safal Sikshak Banane Wale Graha)
गुरु को देवताओं से भी पहले पूजा जाता है। ज्योतिष शास्त्र में एक योग्य शिक्षक बनने के लिए आपके गुरु और बुध का मजबूत होना भी आवश्यक है। ज्योतिष में गुरु को ज्ञान का और बुध को बुद्धि का कारक माना जाता है। अगर जन्मापत्री में इनकी स्थिति शुभ हो और इन दोनों ग्रहों का लग्न भाव, विद्या भाव, धन भाव, कर्म भाव और लाभ भाव में युति हो या फिर इनका दृष्टि संबंध हो रहा हो तो आप एक सफल शिक्षक बन सकते हैं। इसमें भी गुरु का बली होना अत्यंत आवश्यक होता है। क्योंकि गुरु को ही शिक्षा का कारक ग्रह माना जाता है।
सफल शिक्षक बनने के लिए लग्न कुंडली के साथ ये कुंडलीयां भी देखनी चाहिए (Safal Siksahak Banne Ki Kundiya)
लग्न कुंडली पर विचार करना आवश्यक है। लेकिन एक सफल शिक्षक बनने के लिए लग्न कुंडली के अलावा, नवमांश, दशमांश, चतुर्विंशांश कुंडली भी देखनी भी आवश्यक होती है। यदि इन कुंडलियों में भी गुरु और बुध की युति हो या फिर इनका दृष्टि संबंध हो रहा हो तो भी एक सफल शिक्षक बना जा सकता है। यदि कुंडली में धन स्थान, कर्म स्थान, छठे स्थान और लाभ स्थान का संबंध गुरु से बन जाए तो व्यक्ति शिक्षक बनने के बाद अधिक धन कमा सकता है।इसके अलावा यदि गुरु का संबंध सूर्य से बन जाए तो व्यक्ति सरकारी सेवा भी प्राप्त कर लेता है। यदि जन्मपत्री में हंस योग, भद्र योग भी हो तो व्यक्ति एक सफल बनने की योग्यता रखता है।
यह योग भी बनाते हैं एक सफल शिक्षक (Safal Sikshak Yog)
1.यदि आपकी जन्मपत्री में गुरु और बुध के बीच में राशि परिवर्तन हो रहा है तो आपको सफलता अवश्य प्राप्त होगी। अगर यह योग आपकी जन्मपत्री में धन भाव, पंचम भाव, कर्म भाव, लाभ भाव में बन रहा है तो आपको सफलता के साथ- साथ धन की भी प्राप्ति होगी।
2. यदि आपकी जन्मपत्री में गुरु और बुध केंद्र में स्थित हो और उनकी युति हो रही हो या फिर इनका दृष्टि संबंध हो रहा हो तो भी यह योग एक सफल शिक्षक बनने में मदद करता है।
3.यदि आपकी लग्न कुंडली और चंद्र कुंडली में लग्नेश, पंचमेश, दशमेश का का किसी भी तरह का संबंध गुरु और बुध से बन जाए तो भी आप शिक्षक की रूप में ही जीवका अर्जित करेंगे।
4.फलदीपिका में सूत्र के अनुसार अगर दशमेश के नवमांश का अधिक अधिपति गुरु हो तो भी व्यक्ति एक सफल शिक्षक बनता है।
5.गुरु और चंद्र की युति होने पर गजकेसरी योग बनता है। यदि जन्मपत्री में यह योग धन भाव, पंचम भाव, दशम भाव में बन रहा तो निश्चित ही व्यक्ति शिक्षा के क्षेत्र में ही अपना जीवन यापन करेंगा।
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