Varuthini Ekadashi 2019: वरूथिनी एकादशी के उपाय और मंत्र, नहीं रहेगी जीवन में कोई भी समस्या

Varuthini Ekadashi 2019: वरूथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) के दिन श्री हरि विष्णु के वराह अवतार की आराधना की जाती है । इसके व्रत से जीवन के सभी पाप कट जाते हैं । लेकिन अगर आपको नहीं पता कि यह एकादशी कब है तो आज हम आपको इसकी पूरी जानकारी देंगे की कब है इस बार वरुथिनी एकादशी 30 अप्रैल 2019 के दिन यानी कल पड़ रही है। इस दिन अगर आप कुछ उपायों और मंत्रों का जाप करते हैं तो आपके जीवन के सभी कष्ट समाप्त हो जाएंगे । मान्यताओं के अनुसार इस दिन जगत के पालनहार श्री हरि की पूजा - अर्चना की जाती है। मान्यता है कि इस लोक के साथ-साथ व्रती का परलोक भी सुधर जाता है। तो आइए जानते हैं क्या है वे उपाय और मंत्र....
वरुथिनी एकादशी के उपाय
1.धन की कमी को दूर करने का उपाय
वरूथिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु को तुलसी की माला अर्पित करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु को तुलसी अत्यधिक प्रिय है।अगर आप इस दिन आप इस उपाय को करते हैं तो आपके जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं रहेगी और आपकी समपन्नता सदैव बनी रहेगी।
2. कर्ज मुक्ति के उपाय
वरूथिनी एकादशी के दिन पीपल के पेड़ में जल चढ़ना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि पीपल के पेड़ में विष्णु का वास माना जाता है।अगर आप चोरों और स कर्ज से घिरे हुए हैं तो इस उपाय से आपकी यह समस्या हल हो जाएगी।
3.सभी कामनाओं की पूर्ति के उपाय
वरूथिनी एकादशी पर भगवान विष्णु को केसर-युक्त खीर, पीला फल और पीले रंग की मिठाई का भोग लगाना शुभफल प्रदान करता है। इससे आपके मन की सभी इच्छाएं पूर्ण होती है।
4.दुश्मनों से मुक्ति के उपाय
वरूथिनी एकादशी के दिन विशेष रुप से श्री हरि विष्णु के वाराह अवतार की पूजा की जाती है। अगर आप चारों और से दुश्मनों से घिरे हुए हैं तो इस दिन भगवान के वाराह के मंत्र और विधि- विधान से पूजा करनी चाहिए।
5.सुख- समृद्धि के उपाय
वरूथिनी एकादशी धन की कामना-पूर्ति के लिए भी बेहद खास है। यदि धन की कामना रखते हैं तो इस एकादशी के दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ माता लक्ष्मी की भी पूजा करनी चाहिए।वैसे भी लक्ष्मी को धन की देवी माना जाता है और अगर विष्णु जी के साथ लक्ष्मी जी की पूजा की जाए तो धन के साथ सुख और समृद्धि भी बढ़ेगी।
वरुथिनी एकादशी मंत्र
1.एकादशी संकल्प मंत्र
सत्यस्थ: सत्यसंकल्प: सत्यवित् सत्यदस्तथा।
धर्मो धर्मी च कर्मी च सर्वकर्मविवर्जित:।।
कर्मकर्ता च कर्मैव क्रिया कार्यं तथैव च।
श्रीपतिर्नृपति: श्रीमान् सर्वस्यपतिरूर्जित:।।
यह एकादशी संकल्प मंत्र है। इस मंत्र से आप भगवान विष्णु की आराधना का संकल्प लेते है। आप कितने एकादशी व्रत करेंगें। इस मंत्र का जाप करते हुए संकल्प लें।
2.विष्णु स्तुति मंत्र
भगवान विष्णु का स्मरण कर 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय'
इस मंत्र का जाप करने से आपके जीवन में चल रही सभी समस्यांए खत्म हो जाएगी। इतना ही नहीं इस मंत्र का जाप करने से आपके जीवन में कभी भी धन की कमी नही होगी।
3.वाराह मंत्र
ॐ नमो भगवते वाराहरूपाय भूभुर्व: स्व: स्यात्पते भूतित्वं देह्येतद्दापय स्वाहा।।
इस मंत्र का जाप करने से आपके जीवन में भूमि, भवन व वाहन की कमी नही रहेगी।इतना ही नही इस मंत्र का जाप करने से भगवान वराह की विशेष कृपा आप पर बरसेगी।
4.वराह देव गायत्री मंत्र
ॐ नमो भगवते वराह रूपाय भूभुर्व: स्व:।
स्यात्पते भूपति त्यं देहयते ददापय स्वाहा॥
अगर आप वरुथिनी एकादशी के दिन वराह गायत्री मंत्र का जाप करते हैं तो आपके जीवन की सभी परेशानियां समाप्त हो जाएंगी। आप जीवन की किसी भी परिस्थिति से गुजर रहे हों आप हर परिस्थिति में विजय का प्राप्त करेंगे।
5. विष्णु जी के पंचरूप मंत्र
ॐ अं वासुदेवाय नम:
ॐ आं संकर्षणाय नम:
ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:
ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:
ॐ नारायणाय नम:
इन मंत्रों में विष्णु जी के पांच नामों का जाप किया गया है।माना जाता है यह पांच नाम जपने से मनुष्य भूलोक में जीवन की समाप्ति के बाद बैकुंठ धाम जाता है। इसलिए इन मंत्रों का उच्चारण करना सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
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