कोरोना महामारी के बीच बढ़ा ऑनलाइन फार्मेसी का बिजनेस, जानें कंपनियों को कितना हो रहा प्रोफिट, आप भी शुरू करें ये काम

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस (Corona Virus India) का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। इस बीमारी के कारण फैली महामारी की वजह से देश की अर्थव्यवस्था (Economy) को खासा नुकसान हुआ है। वहीं कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने बेरोजगारी (Unemployeement) के हालात पैदा कर दिए हैं। संक्रमण की इस लहर में कई काम ऐसे भी हैं जिनकी डिमांड बहुत तेजी से बढ़ी है। इस महामारी के दौर में दवाइयों, मेडिकल उपकरणों और सप्लीमेंट्स की मांग ने ई-फॉर्मेसी (E-pharmacy) के बिजनेस को नई रफ्तार मिली है। ऑनलाइन मेडिकल स्टोर (Online Medical Store) से लोगों की खरीदारी में काफी तेजी आई है। ऑनलाइन फार्मेसी (Online Pharmacy) चलाने वाली कंपनियों का बिजनेस 25 से 65 फीसदी तक बढ़ गया है। दवाओं, हेल्थ सप्लिमेंट्स, मेडिकल उपकरणों, मास्क और पीपीई की खरीदारी काफी अधिक हो रही है।
दवाओं, ऑक्सीमीटर और सप्लीमेंट्स की मांग बढ़ी
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राज्यों में लगातार बढ़ते लॉकडाउन और संक्रमण की वजह से लोग दवा दुकानों पर जाकर खरीदारी के बजाय ऑनलाइन स्टोर से दवा मंगाना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। ऑनलाइन फार्मेसी 1mg के मुताबिक कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाली डॉक्सजी और फेबिफ्लू की बिक्री अप्रैल में मार्च की तुलना में 40-50 फीसदी बढ़ी है। इसके अलावा कोरोना से बचाव के लिए जरूरी मास्क, पीपीई और दूसरी चीजों की बिक्री में 50 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है।
इन मेडिकल प्रोडक्ट्स की बढ़ी मांग
ऑनलाइन फार्मेसी कंपनियों का कहना है कि मांग की तुलना में उनके पास सप्लाई कम आ रही है। सप्लाई बढ़ी तो बिक्री में और बढ़ोतरी हो सकती है। 1mg के को-फाउंडर और सीईओ, प्रशांत टंडन के मुताबिक ग्राहक दवाएं लेने और टेस्ट करवाने के लिए केमिस्ट की दुकानों और डायग्नोस्टिक सेंटर पर जाने से बच रहे हैं क्योंकि इससे संक्रमण होने का खतरा है। इस वजह से वे दवाओं की ऑनलाइन खरीदारी अधिक कर रहे हैं। ऑनलाइन फार्मेसी कंपनियों को मास्क, ऑक्सिजन कैन, PPE किट, पल्स ऑक्सीमीटर और लिम्सी जैसे सप्लिमेंट्स की अधिक मांग मिल रही है।
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