कोरोना काल और लॉकडाउन के बीच 94 प्रतिशत कम हुआ सोने का आयात, चांदी में भी रही भारी गिरावट

कोरोना काल और लॉकडाउन के बीच 94 प्रतिशत कम हुआ सोने का आयात, चांदी में भी रही भारी गिरावट
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कोरोना और लॉकडाउन के चलते घटी डिमांड से सोने और चांदी का घटा आयात। देश में हर साल 800 से 900 टन सोने का किया जाता है आयात

कोरोना काल और लॉकडाउन का असर उद्योग बाजार से लेकर शेयर बाजार और (Gold Silver) सोने-चांदी तक पडा है। जी हां 50 हजार के पार पहुंचा सोने की इस साल पहली तिमाही में सोने का आयात 94 प्रतिशत घटकर 68.8 करोड़ डॉलर यानि 5,160 करोड़ रुपये पर आ गया है। वहीं चांदी का आयात भी 45 प्रतिशत गिर गया। यह दावा वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों में किया गया है। वहीं इसकी वजह शादी विवाह समेत अन्य कार्यक्रमों पर लगी रोक और आर्थिक मंदी होना भी है।

दरअसल, सोना आयात देश के चालू खाते के घाटे (कैड) को प्रभावित करता है। कोविड-19 महामारी की वजह से सोने की मांग में भयंकर गिरावट आई है। जिसके चलते सोने का आयात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में पीली घातु का आयात 11.5 अरब डॉलर या 86,250 करोड़ रुपये रहा था। इसी तरह आलोच्य तिमाही के दौरन चांदी का आयात भी 45 प्रतिशत घटकर 57.5 करोड़ डॉलर या 4,300 करोड़ रुपये रह गया।

सोने और चांदी के आयात में कमी से अप्रैल में देश का व्यापार घाटा (Import and Export) कम होकर 9.12 अरब डॉलर रह गया। यह पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 45.96 अरब डॉलर था। भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि व्यापार घाटा कम होने से भारत ने जनवरी-मार्च की तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 0.1 प्रतिशत या 60 करोड़ डॉलर का चालू खाते का अधिशेष दर्ज किया। एक साल पहले समान अवधि में 4.6 अरब डॉलर या GDP का 0.7 प्रतिशत का चालू खाते का घाटा दर्ज हुआ था। पिछले साल 2019 दिसंबर से सोने का आयात लगातार घट रहा है। मार्च में सोने का आयात 62.6 प्रतिशत, अप्रैल में 99.93 प्रतिशत, मई में 98.4 प्रतिशत और जून में 77.5 प्रतिशत घटा था। भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोने का आयातक है। यहां मुख्य रूप से आभूषण उद्योग के लिए सोने का आयात किया जाता है। भारत सालाना 800 से 900 टन सोने का आयात करता है।

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