अब EPF की तरह आपकी ग्रेच्युटी की रकम भी नौकरी बदलने पर हो जाएगी ट्रांसफर, सरकार ने जारी की अधिसूचना

अब EPF की तरह आपकी ग्रेच्युटी की रकम भी नौकरी बदलने पर हो जाएगी ट्रांसफर, सरकार ने जारी की अधिसूचना
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पीएफ की तरह ही अब आप एक नौकरी से दूसरी नौकरी बदलने पर ग्रेच्युटी (Gratuity) भी ट्रांसफर करा सकते हैं। जिस तरह से EPF Account एक कंपनी से दूसरी कंपनी में Transfer हो जाता है, उसी तरह से अब आपकी ग्रेच्युटी की रकम भी नौकरी बदलने पर ट्रांसफर हो जाएगी।

नई दिल्ली। नौकरी पेशा लोगों को सरकार ने बड़ी राहत दी है। पीएफ की तरह ही अब आप एक नौकरी से दूसरी नौकरी बदलने पर ग्रेच्युटी (Gratuity) भी ट्रांसफर करा सकते हैं। जिस तरह से EPF Account एक कंपनी से दूसरी कंपनी में Transfer हो जाता है, उसी तरह से अब आपकी ग्रेच्युटी की रकम भी नौकरी बदलने पर ट्रांसफर हो जाएगी। केंद्र सरकार की एक अधिसूचना में कहा गया है कि इस संबंध में नियम जल्द लागू हो जाएंगे।

रिटायरमेंट के बाद सुखद जीवन जीने में होगी आसानी

ग्रेच्युटी और पीएफ में योगदान बढ़ने से रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली राशि में इजाफा होगा। इससे लोगों को रिटायरमेंट के बाद सुखद जीवन जीने में आसानी होगी। उच्च-भुगतान वाले अधिकारियों के वेतन संरचना में सबसे अधिक बदलाव आएगा और इसके चलते वो ही सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। पीएफ और ग्रेच्युटी बढ़ने से कंपनियों की लागत में भी वृद्धि होगी। नए ड्राफ्ट कानून में कामकाज के अधिकतम घंटों को बढ़ाकर 12 करने का प्रस्ताव पेश किया है।

ग्रैच्युटी स्ट्रक्चर में बदलाव पर भी मंजूरी कायम

केंद्र सरकार, कर्मचारी यूनियन और इंडस्ट्री के बीच मौजूदा ग्रैच्युटी स्ट्रक्चर में बदलाव पर भी मंजूरी कायम हो गई है। अब ग्रैच्‍युटी ट्रांसफर को सोशल सिक्योरिटी कोड में शामिल किया जाएगा। सरकार-यूनियन और इंडस्ट्री के बीच मौजूदा ग्रैच्युटी स्ट्रक्चर में बदलाव पर सहमति बन गई। ग्रैच्युटी को सीटीस का जरूरी हिस्सा बनाने की भी पेशकश की गई है। सूत्रों के मुताबिक इस बारे में अगले महीने नोटिफिकेशन जारी हो सकता है। हालांकि ग्रेच्युटी के लिए वर्किंग डे बढ़ाने पर इंडस्ट्री सहमत नहीं है। यानी अभी एक साल की नौकरी पर 15 दिनों देने के वेतन के बराबर ग्रेच्युटी मिलती है। इसे 30 दिन के वेतन के बराबर करने को कहा गया था। लेकिन इंडस्ट्री को यह मंजूर नहीं है।

किसे मिलती है ग्रेच्युटी

अभी किसी कंपनी में लगातार पांच साल तक काम करने वाले कर्मचारी को ग्रेच्युटी मिलती है। ग्रेच्युटी के लिए सैलरी का एक छोटा हिस्सा काटा जाता है। हालांकि इसका एक बड़ा हिस्सा कंपनी देती है। ग्रेच्युटी की रकम दो बातों पर निर्भर है। पहली तो यह कि उस कर्मचारी ने कितने साल तक काम किया है। पांच साल तक नौकरी करने पर ग्रेच्युटी मिलती है। दूसरी उसकी अंतिम सैलरी में बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ता कितना है। बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ता मिला कर ही ग्रेच्युटी का भुगतान किया जाता है।

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