सावधान! अब बिना FASTag के भी नहीं देना पड़ेगा दोगुना Toll Tax, जानिये कैसे

हाईवे या एक्सप्रेसवे से गुजरते समय कभी न कभी आपने भी टोल प्लाजा (toll plaza) पर रुककर टोल टैक्स (toll tax) जरूर कटवाया होगा। टोल टैक्स को फास्टैग (FASTag) और नकद लेनदेन से दिया जा सकता है। फास्टैग एक तरीके का स्टिकर होता है, जो गाड़ी की विंडशिल्ड पर लगा होता है। यह रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFDI) पर काम करता है। टोल बूथ पर जाते ही स्टिकर को स्कैन करके टोल टैक्स कट जाता है। अगर आपके पास फास्टैग नहीं है या फिर काम नहीं कर रहा होता है तो आपको टोल नकद राशि से देना होता है। नगद टोल टैक्स फास्टैग से कटने वाले टोल टैक्स की रकम से दोगुनी होती है। यानी अगर फास्टैग से टोल 100 रुपये कटता है तो नगद में 200 रुपये टोल टैक्स देना होगा।
FASTag के मुकाबले नगद टोल की रकम अधिक होने की वजह से कई बार ऐसी खबर आती है कि टोल बूथ के कर्मचारी फास्टैग रीड नहीं होने का बहाना लगाकर दोगुनी राशि वसूलते हैं। ऐसे में अगर अभी हाईवे में जाते समय आपके वाहन के विंडशिल्ड पर लगा फास्टैग स्कैन न हो या खो गया हो या फिर टोल प्लाजा वाले स्कैन न होने की बात करें या फिर कोई अन्य कारण तो ऐसी स्थिति में भी दोगुना टोल देने से बचा जा सकता है।
दरअसल आप अपना टोल मैनुअली भी कटवा सकते हैं। आप अपने वाहन का नंबर बूथ कर्मचारी को बताकर भी टोल कटवा सकते हैं। इसके अलावा अगर आपके पास अपने फास्टैग की फोटो हो तो उस पर इंगित नंबर को बताकर भी टोल कटवा सकते हैं। इसके अलावा आपने जिन डिटेल्स से अपना फास्टैग बनवाया था, वो डिटेल्स बूथ कर्मचारी को बताकर भी टोल टैक्स चुकाया जा सकता है। अगर आपका फास्टैग काम न करें तो 1033 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
बता दें कि जल्द ही देश में टोल प्लाजा को हटाकर कैमरा-आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम लागू करने की तैयारी की जा रही है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि टोल प्लाजा की जगह ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर (ANPR) सिस्टम लगवाया जाएगा। इसके लागू होने के बाद कैमरे गाड़ी के नंबर प्लेट को स्कैन करेंगे और टोल की राशि आपकी बैंक अकाउंट से कट जाएगा।
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