EV Day 2022: अगले 8 साल में सड़कों पर दौड़ेंगी 5 करोड़ इलेक्ट्रिक गाड़ियां, जानें कैसे पूरा हो रहा भारत में EV सपना

EV Day 2022: अगले 8 साल में सड़कों पर दौड़ेंगी 5 करोड़ इलेक्ट्रिक गाड़ियां, जानें कैसे पूरा हो रहा भारत में EV सपना
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भारत में तेजी से इलेक्ट्रिक गाड़ियों का चलन बढ़ रहा हैं। देश की सरकार भी इलेक्ट्रिक व्हीकल के सपने को सच करने की तैयारियों में जुटी हई है। आइए जानते है कि भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का भविष्य कैसा होने वाला है...

World Electric Vehicle Day: आने वाला समय इलेक्ट्रिक गाड़ियों (electric vehicles) का होगा, आपने भी इस तरह की बातें कई बार खबरों में देखी या पढ़ी होगी। ऑटोमोबाइल कंपनियां (Automobile companies) भी इलेक्ट्रिक व्हीकल पर फोकस कर रही हैं। भारत सरकार ईवी गाड़ियों (EV vehicle) की खरीद पर जीएसटी समेत कई टैक्स पर छूट दे रही हैं। केंद्रीय परिवहन मंत्री हर संबोधन में देश के लिए 'इलेक्ट्रिक सपना' देखते हैं। CEEW ने अपने ताजा रिपोर्ट में कहा कि साल 2030 देश में बिकने वाली गाड़ियों में ईवी की हिस्सेदारी 30 फीसदी से अधिक होगी। साल 2050 तक देश की सड़कों पर चलने वाली गाड़ियों में 75 प्रतिशत ईवी होगी।

KPMG की ओर से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया कि साल 2030 तक भारत की सड़कों पर इलेक्ट्रिक गाड़ियों की संख्या 5 करोड़ तक पहुंच जाएगी। भारतीय ग्राहकों के बीच इलेक्ट्रिक गाड़ियों का चलन बढ़ रहा हैं, जिसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले वित्त वर्ष में ईवी की बिक्री 3 गुना अधिक हुई है। रिपोर्ट में जारी आंकड़ो की माने तो मार्च 2022 तक भारत की सड़कों में 10 लाख इलेक्ट्रिक गाड़ियां दौड़ रही हैं। और अगले 8 साल यानी 2030 तक इनकी संख्या 4.5-5 करोड़ तक होने की संभावना हैं। देश में अभी 1,700 सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन उपलब्ध है।

इलेक्ट्रिक गाड़ियों को लेकर भारत के सामने चुनौती

भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों के विकास में सबसे बड़ी चुनौती चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर है। सार्वजनिक चार्जिंग केंद्र उपलब्ध कराने के लिए राज्य और केंद्र दोनों प्रयास कर रहे हैं। ईवी नीति के 2 साल पूरे होने मौके पर दिल्ली सरकार ने चार्जिंग कार्य योजना को लागू किया। योजना के तहत दिल्ली सरकार का लक्ष्य साल 2024 तक कम से कम एक चार्जिंग केंद्र पर 15 ईवी गाड़ियों के चार्ज करने की व्यवस्था का प्रयास किया जाएगा। भारत में ईवी की सफलता निश्चित तौर पर फास्ट चार्जिंग नेटवर्क पर निर्भर करेगा। केपीएमजी के रोहन राव ने इस बारे में कहा कि पूरे विश्व में तेजी से इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने के साथ एक मजबूत चार्जिंग नेटवर्क का विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि जल्द ही भारत में भी यह नेटवर्क स्थापित होने की उम्मीद है। इलेक्ट्रिक व्हीकल की चार्जिंग टाइमिंग और कीमत भी एक बड़ी चुनौती है।

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