Price Hike: खाने के तेलों पर अभी और पड़ेगी महंगाई की मार, जानिए कितना महंगा होने वाला है रसोई तेल

कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन की वजह से देश की अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है। हालांकि कोरोना वायरस का प्रकोप कम हो गया है और धीरे धीरे हालात सामान्य होते जा रहे हैं, लेकिन बढ़ती महंगाई आम लोगों के लिए एक बड़ी दिक्कत बनी हुई है। खासकर घरेलू चीजों की बात करें तो रसौई में इस्तेमाल होने वाला तेल हो या पेट्रोल-डीजल। सभी तरह के तेलों के दामों में आग लगी हुई है। पहले ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि खाद्य तेलों (Edible oil) पर आई तेजी मार्च-अप्रैल में कम हो जाएगी, मतलब होली या उसके बाद सरसों (Mustard Oil) और रिफाइंड तेल सस्ते हो जाएंगे, लेकिन अब ऐसी उम्मीद कम ही नजर आ रही है। एक बार फिर पाम ऑयल महंगे होने के बाद सरसों और रिफाइंड तेल (Refined Oil) महंगे होते नजर आ रहे हैं। 15 दिन पहले तक जो पाम ऑयल 90 से 95 रुपये लीटर तक आ गया था, वहीं अब 130 रुपये लीटर बिक रहा है।
बजट में लिए फैसलों का दिखा असर
अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर ठक्कर का कहना है कि केन्द्रीय आम बजट में क्रूड पाम तेल, सोयाबीन तेल और सूरजमुखी तेल आदि पर मूल आयात शुल्क में कटौती की घोषणा की गई, लेकिन इसी के साथ उस पर कृषि विकास सेस लागू करने का निर्णय भी लिया गया। जिसके चलते वास्तविक आयात शुल्क में परिवर्तन हो गया और पहले से ही महंगे बिक रहे खाद्य तेल के दामों में और इजाफा हो गया। बजट में लिए गए कुछ खास फैसलों के चलते खाद्य तेलों पर यह महंगाई आई है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS