डिजिटल हो रहा इंडिया- पिछले साल 'ऑनलाइन' लेन-देन में 80 प्रतिशत की बढ़ोतरी, इस ऐप ने बनाया रिकॉर्ड

नई दिल्ली। देश में पिछला साल 2020 हर किसी को प्रभावित करने वाला है। लगभग पिछला पूरा ही साल कोरोना वायरस की चपेट में रहा। हालांकि पिछले साल एक नई चीज की भी शुरुआत हुई। डिजिटल इंडिया के तहत लोगों ने ऑनलाइन लेन-देन में दिलचस्पी दिखाई। देश में 'ऑनलाइन' माध्यम से लेन-देन 2020 में 80 प्रतिशत बढ़ा। इसका एक प्रमुख कारण छोटे एवं मझोले शहरों मे तेजी से भुगतान के लिये डिजिटल माध्यमों को अपनाया जाना है। वहीं कोरोना महामारी के कारण भी घर बैठे लोगों ने ऑनलाइन ही लेन-देन को बढ़ावा दिया।
यूपीआई के जरिए लेनदेन में हुई बढ़ोतरी
वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनी रेजरपे ने एक रिपोर्ट में यह कहा है। रिपोर्ट के अनुसार मोबाइल के जरिये तुंरत भुगतान की सुविधा यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) के जरिए लेनदेन ने 2020 में 120 प्रतिशत की वृद्धि के साथ कार्ड, नेटबैंकिंग और मोबाइल बटुए को पीछे छोड़ दिया। यह विशेष रूप से छोटे एवं मझोले शहरों (टियर 2 और 3) के लिए भुगतान का सबसे पसंदीदा तरीका बन गया। डिजिटल लेन-देन की सुविधा उपलब्ध कराने वाली रेजरपे ने कहा कि 'लॉकडाउन' के दौरान शुरू में उसके माध्यम से डिजिटल भुगतान में 30 प्रतिशत की गिरावट आयी थी। लेकिन बाद में 70 दिन के पहले 'लॉकडाउन' के बाद डिजिटल भुगतान में 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
80 प्रतिशत की वृद्धि
रिपोर्ट के अनुसार 2019 के मुकाबले 2020 में 'ऑनलाइन' लेन-देन में 80 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह बताता है कि भारीय संख्या में ग्राहकों और कंपनियों ने डिजिटल भुगतान के माध्यम को अपनाया। डिजिटल भुगतान में वृद्धि अंतिम छह महीने में तेजी से हुई जब कुछ क्षेत्रों की कंपनियों में धीरे-धीरे पुनरूद्धार दिखने शुरू हुए। डिजिटल भुगतान 2020 में जुलाई-दिसंबर के दौरान पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 73 प्रतिशत बढ़ा।
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