अब फसल के साथ ही पराली से भी मोटी कमाई कर सकेंगे किसान, बस करना होगा ये काम

अब फसल के साथ ही पराली से भी मोटी कमाई कर सकेंगे किसान, बस करना होगा ये काम
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अब किसानों की फसल के साथ ही पराली से भी कमाई होगी। जी हां, आपने सही सुना। आज हम किसान भाईयों को इस रिपोर्ट के जरिए पराली के प्रबंधन के कुछ तरीके बताने जा रहे हैं। इसके बाद पराली जलाने के नहीं बल्कि मोटी कमाई का जरिया बनेगी।

Paddy Stubble Uses: धान (paddy) की कटाई के बाद किसानों के सामने पराली बड़ी समस्या बनती है। पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश और अन्य उत्तर भारत के राज्यों में पराली जलाने (stubble burning) के कारण काफी अधिक प्रदूषण (pollution) होता है। पराली के प्रदूषण के कारण हर साल देश की राजधानी धुआं-धुआं हो जाती है। इस मामले में संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने पराली जलाने (burning of stubble) पर रोक लगा दी है। बावजूद इसके पराली जलाने की घटनाओं पर कोई खास असर नहीं पड़ा है। देशभर में धान की कटाई शुरु हो गई है और अब इस तरह के मामले भी सामने आने लगे हैं।

पराली जलाने के पीछे किसानों का तर्क रहता है कि उनके पास पराली प्रबंधन का कोई आसान तरीका नहीं है। ऐसे में उन्हें मजबूरन पराली जलानी पड़ जाती है। किसानों भाईयों की यह समस्या को देखते हुए आज हमने खास रिपोर्ट को तैयार की है। इसमें हम कुछ ऐेसे तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको अपनाकर पराली के जरिए भी कमाई की जा सकती है। आइए इन उपायों के बारे में विस्तार से चर्चा करते हैं।

पराली का भूसा बनाना (straw making)

किसानों के लिए पराली प्रबंधन का सबसे अच्छा और आसान तरीका उसका भूसा बनाना है। भूसे की डिमांड आने वाले महीनों में काफी अधिक होती है। कई किसान पराली का थ्रैसर मशीन से भूसा बना लेते हैं। इसके बाद भूसे को कट्टों में भरकर बेचते हैं। पराली का भूसा 600 रुपये क्विंटल के रेट पर बिक रहा है।

पराली की गांठें बनाकर (making bales of straw)

कई राज्यों के किसान कंबाइन से धान की कटाई करते हैं। ऐसे धान की पराली की बेलर के जरिए गांठे बनाई जाती हैं। इन गांठों की मार्केट में अच्छी डिमांड है। पंजाब और हरियाणा में कई ऐसी यूनिट्स लगी हैं जो पराली से बनी गांठे खरीदते हैं। कई बार तो बेलर भी आपको इन गांठों के बदले अच्छे पैसे दे देते हैं। हरियाणा करनाल स्थित सैमसंग पेपर इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड कंपनी किसानों से पराली की गांठे की मदद से बिजली का उत्पादन करती है।

जैविक खाद बनाना (making organic fertilizers)

पराली की मदद से जैविक खाद का उत्पादन किया जा सकता है। इसके लिए एक गठ्ठे में पराली को गलाना पड़ता है या फिर खाद बनाने की यूनिट में केंचूएं डालने के बाद पराली से ढकना होता है। इन दो तरीकों से जैविक खाद बनाई जा सकती है। किसान इसे खुद इस्तेमाल करने के साथ ही बेच भी सकते हैं।

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