Petrol Diesel Price: पेट्रोल और डीजल के दूसरे दिन भी बढ़े दाम, इतने रुपये का आया फर्क

Petrol Diesel Price: पेट्रोल और डीजल के दूसरे दिन भी बढ़े दाम, इतने रुपये का आया फर्क
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लॉकडाउन खुलते ही कच्चे तेल के बढ़े दाम। दूसरे दिन पेट्रोल और डीजल पर बढ़े 60 पैसे

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में सोमवार को लगातार दूसरे दिन 60 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने 83 दिनों के अंतराल के बाद कीमतों की दैनिक आधार पर फिर समीक्षा शुरू की है। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों की अधिसूचना के अनुसार दिल्ली में सोमवार को (Petrol Price) पेट्रोल की कीमत 71.86 रुपये से बढ़कर 72.46 रुपये प्रति लीटर हो गई है। जबकि डीजल की कीमत 69.99 रुपये से बढ़कर 70.59 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है। इससे पहले तेल कंपनियों ने रविवार को 83 दिनों के अंतराल के बाद कीमतों की समीक्षा करते हुए इसमें 60 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। इस तरह कीमतों में लगातार दूसरे दिन वृद्धि हुई है।

इंटरनेशनल बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के लाभ को सोखने के लिए सरकार ने 14 मार्च को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में तीन रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। जिसके बाद तेल कंपनियों इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) ने कीमतों की दैनिक समीक्षा रोक दी थी। इसके बाद सरकार ने छह मई को एक बार फिर पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क को 10 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया है। इस वृद्धि के बाद पेट्रोल पर कुल उत्पाद शुल्क बढ़कर 32.98 रुपये लीटर और डीजल पर 31.83 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया।

तेल कंपनियों ने हालांकि, उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी का भार ग्राहकों पर नहीं डाला, बल्कि (International Market) अंतरराष्ट्रीय बाजार में (Crude Oil) कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के साथ उसे समायोजित कर दिया गया। (Modi Government) नरेन्द्र मोदी सरकार ने मई 2014 में जब पहली बार सत्ता संभाली थी तब पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.48 रुपये लीटर और (Diesel Price) डीजल पर 3.56 रुपये प्रति लीटर पर था। कोरोना वायरस महामारी के कारण कच्चे तेल की कीमत अप्रैल में एक दशक के सबसे निचले स्तर पर जा पहुंची थी। भारत अपनी जरूरत का 85 प्रतिशत तेल आयात करता है।

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