रिर्जव बैंक की बैठक का शेयर बाजार पर पड़ा असर, 362 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ सेंसेक्स, आईटी शेयरों में आई तेजी

रिर्जव बैंक की बैठक का शेयर बाजार पर पड़ा असर, 362 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ सेंसेक्स, आईटी शेयरों में आई तेजी
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आरबीआई के नतीजों का शेयर बाजार पर भी रहा असर। आईटी सेक्टरों के शेयरों ने बनाई अच्छी खासी बढ़त

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दरों से छेड़छाड़ नहीं करने तथा वृद्धि को प्रोत्साहन के लिए नरम रुख को जारी रखने का संकेत देने के बाद गुरुवार को सेंसेक्स 362 अंक चढ़ गया। वहीं निफ्टी 11,200 अंक के स्तर पर पहुंच गया। केंद्रीय बैंक ने बैंकों को कुछ कॉरपोरेट और व्यक्तिगत ऋणों के पुनर्गठन की अनुमति दी है। साथ ही उसने आगाह किया कि कोविड-19 संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी से अर्थव्यवस्था के नीचे की ओर जाने का जोखिम है। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान एक समय 558 अंक तक चढ़ गया था। अंत में यह 362.12 अंक या 0.96 प्रतिशत की बढ़त के साथ 38,025.45 अंक पर बंद हुआ।

वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी50 98.50 अंकों की बढ़त के साथ 11,200 अंक के पार 11,200.15 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील का शेयर सबसे अधिक 3.82 प्रतिशत चढ़ गया। इन्फोसिस, बजाज फाइनेंस, टीसीएस, एचसीएल टेक, आईसीआईसीआई बैंक और टेक महिंद्रा के शेयर भी लाभ के साथ बंद हुए है। वहीं दूसरी ओर भारती एयरटेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एलएंडटी तथा एक्सिस बैंक के शेयर 0.75 प्रतिशत तक टूट गये।संवेदनशील बैंकिंग, रीयल्टी और वाहन 1.15 प्रतिशत तक चढ़ गए। इससे पहले दिन में रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास की अगुवाई वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो में कोई बदलाव नहीं किया और इसे चार प्रतिशत पर कायम रख। इसी तरह रिवर्स रेपो दर को 3.35 प्रतिशत पर बरकरार रखा।

दास ने कहा कि एमपीसी ने ब्याज दरों में बदलाव नहीं करने के पक्ष में मत दिया। साथ ही वृद्धि को समर्थन के लिए नरम रुख जारी रखने पर भी सहमति बनी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति में टिकाऊ कमी को लेकर निगरानी रखेगा ताकि इससे उपलब्ध गुंजाइश का इस्तेमाल अर्थव्यवस्था के पुनरोद्धार को समर्थन देने के लिए किया जा सके। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि भारतीय बाजार दिन के उच्चस्तर से नीचे आए, लेकिन उतार-चढ़ाव वाले कारोबार के बीच लाभ में बंद हुए। रिजर्व बैंक की ब्याज दर परिदृश्य को लेकर टिप्पणी से बाजार में लाभ रहा। हालांकि, ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद जरूर थी, लेकिन मुद्रास्फीति बढ़ने की वजह से केंद्रीय बैंक ने इसमें बदलाव नहीं किया।

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