SBI Bank अपने यूजर्स को दे रहा 2 साल तक लोन मोरेटोरियम का ऑप्शन, सिर्फ करना होगा यह काम

SBI Bank अपने यूजर्स को दे रहा 2 साल तक लोन मोरेटोरियम का ऑप्शन, सिर्फ करना होगा यह काम
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एसबीआई बैंक ग्राहक 2 साल तक करा सकते हैं अपना लोन मोरेटोरियम। हर माह जमा करना होगा इतने प्रतिशत ब्याज। इन लोगों को मिल सकता है फायदा।

कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के बाद देश में कारोबारी से लेकर कर्मचारी सभी लोग समस्याओं से जूझ रहे हैं। लोग अपने लोन तक नहीं भर पा रहे हैं। ऐसे में अपने ग्राहकों को राहत देने के लिए देश के सबसे बडे भारतीय स्टेट बैंक ने रिटेल लोन (Retail Loan) ग्राहकों के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) से लोन रिस्‍ट्रक्‍चरिंग स्‍कीम (Loan-restructuring Scheme) के तहत 2 साल तक के लिए मोरेटोरियम सुविधा (Moratorium Facility) की पेशकश कर दी है। जिसके बाद एसबीआई बैंक से लोन लेने वाले ग्राहक 2 साल तक अपने लोन का मोरेटोरियम करा सकते हैं। यानि वह दो साल बाद अपनी ईएमआई को दोबारा से शुरू करा सकते हैं। इससे पहले उन्हें सिर्फ मोरेटोरियम पीरियड के दौरान लगने वाला ब्याज भरना होगा।

दरअसल, भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने साफ कर दिया है कि दो साल तक लोन मोरेटोरियम सुविधा लेने वाले ग्राहकों को सिर्फ ब्‍याज का भुगतान करना होगा। इसके अलावा बैंक मोरेटोरियम सुविधा के तहत ग्राहकों से अतिरिक्‍त 0.35 प्रतिशत सालाना का अतिरिक्‍त ब्‍याज वसूल करेगा। वहीं यह सुविधा सिर्फ एसबीआई के उन्‍हीं ग्राहकों को मिलेगी। जिनकी लॉकडाउन के दौरान नौकरी छूट गई है, सैलरी कट हो रही है, कोरोबार में नुकसान हुआ है। इसके साथ ही उनका लोन अकाउंट स्टैंडर्ड श्रेणी में आता है या नहीं। अगर आप का अकाउंट स्टैंडर्ड श्रेणी में नहीं आता है। तो आप इस सुविधा का लाभ नहीं ले सकेंगे। वहीं बता दें कि स्टैंडर्ड सुविधा का मतलब है कि जो ग्राहक लोन पेमेंट में 1 मार्च 2020 तक 30 दिन या इससे ज्यादा का डिफॉल्ट नहीं किया जाता है। वह स्टैंडर्ड श्रेणी में आता है।

ऐसे कर सकते हैं लोन मोरेटोरियम के लिए अप्लाई

अगर आप भी दो साल के लिए अपना लोन मोरेटोरियम कराना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले भारतीय स्टेट बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर लॉगइन करें। यहां रिटेल कस्‍टमर के ऑप्शन पर जाकर अकाउंट नंबर डालें। साथ ही रजिस्‍टर्ड मोबाइल नंबर भी फीड करान होगा। इसके बाद मोबाइल पर आए ओटीपी से वैलिडेशन पूरा होने और कुछ जरूरी जानकारियां डालने के बाद ग्राहक को लोन मोरेटोरियम को लेकर अपनी पात्रता का पता चल सकेगा। उसे एक रेफरेंस नंबर भी मिलेगा। इसे नंबर को 30 दिन तक मान्य रहेगा। इसबीच ही औपचारिकताएं पूरी करने के लिए बैंक की शाखा जाना पड सकता है। लोन रिस्ट्रक्चरिंग की प्रक्रिया डॉक्‍युमेंट्स के वेरिफिकेशन और ब्रांच में डॉक्युमेंट के एग्जीक्यूशन के बाद पूरी होगी। इसके बाद ग्राहक बैंक की किसी भी पास की शाखा पर जाकर लोन रिस्‍ट्रक्‍चरिंग के लिए अप्‍लाई कर सकते हैं।

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