Sunday Special : क्या आप जानते हैं Condom का अधिक इस्तेमाल हो सकता है हानिकारक, जानें इसके साइड इफेक्ट

Sunday Special : क्या आप जानते हैं Condom का अधिक इस्तेमाल हो सकता है हानिकारक, जानें इसके साइड इफेक्ट
X
अकसर देखा जाता है कि लोग बिना झिझक के कंडोम का इस्तेमाल करते हैं उन्हें लगता है कि यह अनचाहे गर्भ के अलावा कई तरह की और बीमारियों से बचाने में सक्षम है मगर अगर आप इसके नुकसान के बारे में जान लें तो आप इसे इस्तेमाल करने से पहले कई बार जरूर सोचेंगे। आज हम आपको कंडोम के साइड इफेक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी देते हैं..

नई दिल्ली। आज के समय में कंडोम का इस्तेमाल बहुत आम सा हो गया है और हो भी क्यों ना। कंडोम (Condom) आज के समय की जरूरत भी है क्योंकि अनचाही गर्भधारण (Unwanted Pregnancy) से बचने के लिए कंडोम एक अहम भूमिका निभाता है। कंडोम बेशक आपके लिए फायदेमंद होता है। ये आपको यौन संचारित रोग (sexually transmitted diseases) और अनचाहे गर्भधारण के खतरों से बचाने में मदद करता है। लेकिन इसका ज्यादा इस्तेमाल आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक (dangerous to overuse condoms) भी हो सकता है। अकसर देखा जाता है कि लोग बिना झिझक के कंडोम का इस्तेमाल करते हैं उन्हें लगता है कि यह अनचाहे गर्भ के अलावा कई तरह की और बीमारियों से बचाने में सक्षम है मगर अगर आप इसके नुकसान के बारे में जान लें तो आप इसे इस्तेमाल करने से पहले कई बार जरूर सोचेंगे। आज हम आपको कंडोम के साइड इफेक्ट (Side effect of condom) के बारे में विस्तृत जानकारी देते हैं..


लेटेक्स एलर्जी (Latex allergy)

अकसर जो आप कंडोम इस्तेमाल करते हैं वा अधिकांश कंडोम लेटेक्स (Latex) के बने होते हैं। ये एक तरल पदार्थ है, जो रबर के पेड़ से प्राप्त होता है। दी अमेरिकन अकैडमी ऑफ़ एलर्जी अस्थमा एंड म्यूनोलॉजी (The American Academy of Allergy Asthma and Munology) के अनुसार, कुछ लोगों में रबर में प्रोटीन होने की वजह से एलर्जी के लक्षण देखे गए हैं। लेटेक्स एलर्जी के लक्षणों में छींक आना, नाक का बहना, पित्ती, खुजली, घरघराहट, सूजन और चक्कर आना शामिल हैं। कई मामलों में लेटेक्स एलर्जी से ऐनफलैक्सिस (anaphylaxis) का खतरा हो सकता है। इसलिए ऐसे लोग सिंथेटिक कंडोम का इस्तेमाल करें।

यौन संचारित रोगों का खतरा (risk of sexually transmitted diseases)

बेशक कंडोम से HIV और क्लैमाइडिया (chlamydia) , सूजाक और HPV जैसे अन्य रोगों के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है। लेकिन इससे यौन संचारित रोगों का खतरा रहता है। क्योंकि ये बाहरी स्किन (outer skin) को सुरक्षित नहीं रख पाता है, जिससे खुजली (Itching) और इन्फेक्शन (Infection) का खतरा रहता है। दी अमेरिकन सोशल हेल्थ एसोसिएशन (the american social health association) के अनुसार, कंडोम जननांग दाद (condom genital herpes) के खतरे को कम कर सकता है लेकिन ये त्वचा के हर हिस्से की सुरक्षा नहीं कर सकता।


गर्भावस्था जोखिम (pregnancy risk)

कंडोम के सही इस्तेमाल से 98 फ़ीसदी सुरक्षा तो मिलती है लेकिन इसके अनुचित उपयोग से 100 में से 15 महिलाओं को गर्भावस्था जोखिम रहता है। इसलिए इसका इस्तेमाल सही तरह से करना बहुत ज़रूरी है। एक्सपायरी कंडोम का इस्तेमाल भूलकर भी न करें।

पार्टनर की हेल्थ को खतरा (threat to partner's health)

कई डॉक्टरों ने दावा किया है कि पुरुष कंडोम (Men's Condom) से महिला में कैंसर (Cancer) पैदा हो सकता है। इनके अनुसार, कंडोम पर पाउडर (Powder) और लुब्रिकेंट (lubricant) का इस्तेमाल किया जाता है। कई अध्ययन के अनुसार पाउडर से ओवेरियन कैंसर (ovarian cancer) का खतरा होता है और फैलोपियन ट्यूब (fallopian tubes) पर फाइब्रोसिस महिला को बांझ बन सकता है।

Tags

Next Story