बीएस 4 वाहनों की बिक्री के लिए मिलेंगे सिर्फ 10 दिन, 10 फीसदी वाहन ही बेच सकेंगे डीलर

हरिभूमि न्यूज।
देश में बीएस 04 वाहनों के भरमार स्टॉक के बीच डीलर केवल दस फीसदी वाहनों का ही कारोबार कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट के नए आदेश के बाद आरटीओ द्वारा बीएस 4 वाहनों में केवल दस प्रतिशत का पंजीयन किया जाएगा। दस प्रतिशत वाहन सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के हिसाब से ही डीलर अपने ग्राहकों को बेच सकेंगे।
परिवहन विभाग के बताए अनुसार जैसे ही लॉकडाउन हटेगा, इसी तारीख से अगले दस दिन के अंदर बीएस-04 वाहनों का पंजीयन किया जाएगा। जैसा कोर्ट का आदेश है, इस हिसाब से डीलरों के पास जितने भी वाहनों का स्टॉक बचा हुआ है, इसमें से केवल वे दस प्रतिशत ही बेच सकेंगे। इसके बाद बचे हुए स्टॉक में से वाहनों का पंजीयन पूर्णतया प्रतिबंधित होगा। प्रदेशभर में बीएस-04 वाहनों का भारी भरकम स्टॉक बचा हुआ है। इसके पहले एक अप्रैल से इन वाहनों का पंजीयन बंद करने का निर्णय लिया गया था। 1 अप्रैल 2020 से बीएस-04 वाहनों का पंजीयन नहीं किया जाना है, अत: संभव हो सकता है कि जिन वाहनों का वैध दस्तावेज परिवहन कार्यालय में जमा नहीं किया गया है और वाहन-04 में अप्रुवल शेष है, उन वाहनों का पंजीयन अप्रूवल किया जाना संभव नहीं हो पाएगा। समस्त प्रकरण के पेंडिंग फाइल 29 फरवरी 2020 तक आवश्यक रूप से जमा कराना अनिवार्य है।
पूर्व में यह भी आदेश
- यह भी सुनिश्चित किया जाए कि वाहन विक्रेता द्वारा यदि क्रेता को बीएस-04 वाहन बिक्री किया गया है, तो संपूर्ण वैध दस्तावेज प्राप्त कर निर्धारित समयावधि में पंजीयन कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे
- जिलों में पंजीकृत वाहन डीलर्स से बीएस-04 वाहनाें के स्टाक से संबंधित विवरण लिखित रूप में 25 फरवरी तक अनिवार्य रूप से प्राप्त किया जाएगा
कीमतों में 30 फीसदी गिरावट तय
बीएस-04 वाहनों के लिए बचे हुए स्टॉक से केवल दस प्रतिशत वाहनों की बिक्री सुनिश्चित होने के बाद वाहनों की कीमत में 30 फीसदी गिरावट होने की पूरी संभावना है। इसके पहले दोपहिया में डीलरों ने 12 से 15 हजार रुपये छूट की स्कीम तय की है। लॉकडाउन खुलने के बाद भी तीन से चार दिन मंदी का असर रहेगा। ऑटो मोबाइल सेक्टर में माहौल बनने वक्त लगेगा। ऐसे में आखिरी के चार से पांच दिन में वाहनों की संख्या में भारी भरकम गिरावट करने की मजबूरी होगी।
बीएस-06 वाहन पर्यावरण के लिए फायदेमंद
बाजार में बिकने वाली गाड़ियों में बीएस-04 इंजन आता है, जिनके इंजन में सल्फर की मात्रा अधिक होती है। इसके कारण नाइट्रोजन ऑक्साइड का उत्सर्जन भी अधिक होता है। बीएस-04इंजन से निकलने वाला धुआं वायु प्रदूषण का एक मुख्य कारण है, जिसकी वजह से फेफड़ों में इन्फेक्शन जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। बीएस-06 वाहनों में कंपनी द्वारा एक एडवांस कमीशन कंट्रोल सिस्टम फिट किया जाएगा, जो डीजल वाहनों में 70% और पेट्रोल वाहनों में 25% तक नाइट्रोजन ऑक्साइड के उत्सर्जन को कम करेगा। यह पर्यावरण के लिए फायदेमंद साबित होगा।
90 फीसदी वाहन पहले से बिक चुके
ऑटो डीलर एसोसिएशन का कहना है, लॉक डाउन के पहले ही स्टॉक में से 90 फीसदी वाहनों की बिक्री हो चुकी है। इसके दस्तावेज भी आरटीओ को भेज दिए गए हैं जिसमें एप्रुवल आना बाकी है। अध्यक्ष मनीष सिंघानिया के बताए अनुसार लॉक डाउन के बाद मिलने वाले समय में बची हुई गाड़ियां बेची जाएंगी। प्रदेशभर से वाहनों के जमे हुए स्टॉक के बारे में सटीक जानकारी शो-रूम खुलने के बाद ही सामने आएगी।
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