क्रेडिट कार्ड धारकों ने जमा नहीं किया कर्ज या उसकी ईएमआई तो भरनी पड़ेगी मोटी पेनल्टी

क्रेडिट कार्ड धारकों ने जमा नहीं किया कर्ज या उसकी ईएमआई तो भरनी पड़ेगी मोटी पेनल्टी
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लॉकडाउन के बीच (Credit Card) क्रेडिट कार्ड कंपनी की तरफ से कर्ज या उसकी ईएमआई भरने के लिए नहीं मिलेगी कोई राहत। तय समय पर भुगतान नहीं किया तो भरनी पड़ेगी पेनल्टी

भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने लॉकडाउन के कारण लोगों को रुपये की परेशानियों को देखते हुए बैंकों से तीन महीने तक ग्राहकों की ईएमआई (EMI) न लेने की अपील की है। इसमें क्रेडिट कार्ड को भी शामिल किया गया था, लेकिन ज्यादातर क्रेडिट कार्ड (Credit Card) कंपनियों ने यह मानने से साफ इनकार कर दिया है। जिसके बाद क्रेडिट कार्ड कंपनियों ने समय अवधि तक कर्ज या उसकी ईएमआई जमा न करने पर पेनल्टी लगाने का फैसला कर दिया है। इतना ही नहीं कुछ क्रेडिट कार्ड कंपनियों ने साफ कर दिया है कि अगर राशि जमा नहीं की गई तो उनका सिबिल स्कोर खराब हो सकता है।

ग्राहकों के कर्ज जमा करने के समय अवधि को आगे बढाने की आरबीआई ने बैंकों से की थी अपील

दरअसल इस बीच कुछ लोगों में भ्रम की स्थिती फैली हुई है कि (RBI)आरबीआई ने बैंकों से तीन महीने तक ग्राहकों के लोन और क्रेडिट कार्ड बिल को माफ करने के आदेश दिये है। यह बिल्कुल गलत है। आरबीआई द्वारा ग्राहकों के कर्ज और उसकी ईएमआई (Bank Emi) को बैंक से तीन महीने बाद वसूलने की अपील की थी। रुपये लेने और उस पर ब्याज लगाने समेत अन्य फैसला बैंक पर ही छोडा था। इस पर सरकारी बैंकों ने अपने ग्राहकों को तीन महीने तक कर्ज या उसकी ईएमआई लेने से साफ इनकार कर दिया है। जबकि प्राइवेट बैंक ने ग्राहकों के डिमांड करने पर ही ईएमआई तीन महीने बाद लेने का ऑप्शन दिया है। इसके साथ ही ब्याज के साथ वसूली की बात कही हैं। इसी तरह क्रेडिट कार्ड कंपनियों ने कर्ज या ईएमआई पर किसी भी तरह की राहत देने से साफ इनकार कर दिया है।

समय पर बिल न देने पर जमा करनी होगी पेनल्टी

क्रेडिट कंपनियों ने साफ कर दिया है कि ग्राहकों के 3 माह तक बिल न जमा कराने वाले ग्राहकों को चौथे महीने एक साथ पूरा बकाया राशि भरनी होगी। इसके साथ ही न्यूनतम राशि जमा न कराने वालों को पहले की ही तरह लेट पेनल्टी देनी पडेगी। इसमें किसी भी तरह की छूट नहीं जाएगी। हालांकि जानकारों की मानें तो अगर आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट 1 लाख रुपए है और आपने 30 हजार रुपए खर्च कर लिए हैं, तो आपको इसे तत्काल चुकाना होगा। अन्यथा 42% की दर से आपको अगले तीन माह में 3,150 रुपए अतिरिक्त ब्याज देना पड़ेगा।

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