शिक्षा की ओर असम सरकार ने बढ़ाया कदम, इन स्टूडेंट्स को मिलेगा Two-Wheelers, जानें पूरी रणनीति

शिक्षा की ओर असम सरकार ने बढ़ाया कदम, इन स्टूडेंट्स को मिलेगा Two-Wheelers, जानें पूरी रणनीति
X
परीक्षा में 60 प्रतिशत या इससे अधिक अंक प्राप्त करने वाली छात्राओं को स्कूटी दी जाएगी। हालांकि, लड़कों के लिए, हायर सेकेंडरी परीक्षा में कट-ऑफ अंक 75 प्रतिशत है।

Assam Govt to Provide Two-wheelers: असम सरकार (Assam Government) ने बुधवार को एक कैबिनेट बैठक के दौरान इस साल आयोजित होने वाली उच्च माध्यमिक परीक्षा में एक विशिष्ट कट-ऑफ अंक (specific cut-off mark ) हासिल करने वाले छात्रों को दोपहिया वाहन (Two Wheelers Vehicals) देने का फैसला किया।

एक बयान में, राज्य सरकार ने इन छात्रों को "मेधावी" करार दिया है जो कि 'विशेष श्रेणी' में आते हैं। राज्य सरकार ने दोपहिया वाहन प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स के लिए अलग-अलग कट-ऑफ अंक निर्धारित किए हैं।

विद्यार्थियों को मिलेंगे ये वाहन

परीक्षा में 60 प्रतिशत या इससे अधिक अंक प्राप्त करने वाली छात्राओं को स्कूटी दी जाएगी। हालांकि, लड़कों के लिए, हायर सेकेंडरी परीक्षा में कट-ऑफ अंक 75 प्रतिशत निर्धारित किए गए है।

बांटे जाएंगे 35,800 दोपहिया वाहन

असम के शिक्षा मंत्री रनोज पेगू ने कहा कि लड़के और लड़कियों को कुल 35,800 दोपहिया वाहन वितरित किए जाएंगे। जिसमें से 29,748 छात्राओं और बाकि 6,052 छात्रों को दिए जाएंगे. राज्य सरकार अपने इस स्कीम पर करीब 258.9 करोड़ रुपये खर्च करने वाली है।

शिक्षा मंत्री पेगू ने कहा कि दोपहिया वाहनों का वितरण चरणबद्ध तरीके से 30 नवंबर से शुरू होगा। पहले चरण में कामरूप (मेट्रो) और अन्य तीन-चार जिलों को कवर किया जाएगा। बाकी जिलों में छात्रों के बीच दोपहिया वाहनों का वितरण अगले चरण में होगा।

2020 में भी स्टूडेंट्स को बांटे गए थे वाहन

बता दें इससे पहले 2020 में असम सरकार ने केवल उन छात्राओं को दोपहिया वाहन दिए थे, जिन्होंने हायर सेकेंडरी परीक्षा में प्रथम श्रेणी हासिल की थी। इसके बाद फिर लड़कों ने दोपहिया वाहन देने की भी मांग की थी। वही दूसरी ओर असम सरकार ने राज्य भर में काम करने वाले 24,000 होमगार्डों के दैनिक वेतन को दोगुना से अधिक बढ़ा दिया है।

बढ़ाई गई होमगार्ड की सैलरी

पहले होमगार्डों को बेसिक ट्रेनिंग के दौरान प्रतिदिन 300 रुपये और उन्नत प्रशिक्षण (advanced training) प्राप्त करने वालों को 315 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से दिया जाता था। लेकिन अब उन्हें प्रतिदिन 767 रुपये दिया जाएगा। होमगार्ड लंबे समय से दैनिक वेतन दर में बढ़ोतरी की लगातार मांग कर रहे थे। बढ़ी हुई शुल्क भत्ते की दर बुधवार से लागू हो गई हैं।

वही मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मासिक कर्तव्य भत्तों में वृद्धि जवानों को अधिक समर्पण और प्रेरणा के साथ काम करने में मदद करेगी। जवानों का मासिक पारिश्रमिक अब लगभग 23,010 रुपये प्रति माह होगा।

Tags

Next Story