क्या सीबीएसई, जेईई, नीट की परीक्षाऐं होंगी रद्द ?देखें पूरा अपडेट

कोरोना महामारी के बढते दौर के साथ-साथ छात्रों की परीक्षाओं का सिलसिला भी जारी है। कोरोना के कहर में अभिभावकों ने सुप्रीम कोर्ट से केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द करने की अपील की थी। सुप्रीम कोर्ट ने मानव संसाधन मंत्रालय को आदेश दिया था कि जल्दी से जल्दी सीबीएसई की परिक्षाओं पर अन्तिम निर्णय लिया जाये। मानव संसाधन मंत्रालय ने सात दिन के अन्दर फैसला करने का आश्वासन दिया था।
सीबीएसई बोर्ड की सर्वोच्च न्यायालय के साथ हुई बातचीत के अनुसार मानव संसाधन विकास मंंत्रालय को पेपरों के विषय में जानकारी देनी चाहिए कि परिक्षाओं का आयोजन जुलाई माह में हो पायेगा या नहीं। अभी मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मंत्री रमेश पोखरियाल के द्वारा जारी फैसले की प्रतीक्षा की जा रही है। सीबीएसई, नीट और जेईई की सभी परिक्षाओं के आयोजन की अपडेट मानव संसाधन विकास मंत्रालय के द्वारा जारी की जानी है। सीबीएसई बोर्ड के द्वारा सर्वोच्च न्यायालय को सूचना दी गई कि 23 जून से जुलाई माह तक परीक्षाओं का आयोजन किया जाना जरूरी है।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने परीक्षाओं के आयोजन को लेकर सीबीएसई,एमएचआरडी, और एनटीए के साथ मीटिंग की है और बताया है कि मंत्रालय की पहली जिम्मेदारी कोरोना के कहर में सुरक्षा की है। अध्यापक और विद्यार्थियों का सुरक्षित रहना जरूरी है। सुरक्षा के पहलुओं का ध्यान रखते हुए विद्यालयों को खोला जायेगा और परीक्षा व्यवस्था तय की जायेगी।
विदेशों में भी स्कूलों की परीक्षाऐं रद्द कर दी गई हैं इसलिए भारतीय अभिभावकों की भी यही माँग है कि परिवारों के सुरक्षात्मक पहलुओं पर ध्यान देते हुए भारत में सीबीेएसई की परीक्षाओं को रद्द कर दिया जाये। विद्यालय प्रशासन द्वारा पूर्व में ली गई आँन्तरिक परीक्षाओं के आधार पर परिणाम जारी कर दिया जाये।
दिल्ली, महाराष्ट्र और ओडिशा की राज्य सरकारों ने मंत्रालय से परीक्षाऐं कैंसिल की जाने की अपील भी की है। सीबीएसई की परीक्षा हो या जेईई और नीट की परीक्षा हो सभी छात्रों के भविष्य के लिए वेहद जरूरी हैं। जेईई की परीक्षा के द्वारा छात्रों को इंजीनियरिंग काॅलेजों में प्रवेश मिलता है । नीट की परीक्षा मेडिकल काॅलेज में प्रवेश की परीक्षा है। जेईई और एनईईटी की परीक्षा को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है।
इन परीक्षाओं का आयोजन एनटीए के द्वारा किया जाता है। जानकारी के मुताविक विचार किया जा रहा है कि परीक्षाऐं ऑनलाइन करवाई जांए या फिर सुरक्षा व्यवस्था के मजबूत इंतजामों के साथ योजना बद्ध तरीके से कराई जायें। कुछ राज्य सरकारों ने परीक्षाओं का निरस्त करने की अपील की है और अनुरोध किया है कि कक्षा 12 के प्राप्ताँकों के आधार पर काॅलेजों में दाखिला दे दिया जाये।
सीबीएसई स्कूल परीक्षाओं के विपरीत, जेईई और नीट लाखों छात्रों के कैरियर के लिए अधिक महत्वपूर्ण हैं और पूरे भारत में इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज प्रवेश के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं।
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