हरियाणा में फाइनल वर्ष की परीक्षा 1 जुलाई से होंगी आयोजित

कोरोना महामारी की वजह से किसी भी राज्य में परीक्षाएं नियत समय पर नहीं हो पायी हैं। इस आपदा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने सभी विश्वविद्यालयों के प्रशासन को आदेश दिया है कि पहली साल के सभी छात्रों को काॅलेज प्रशासन द्वारा पूर्व में किया गया बच्चों का मूल्यांकन उसी मूल्यांकन को को आधार मानते हुए सभी को आगे की कक्षाओं में पदोन्नत कर दिया जाये।
हरियाणा सरकार ने 13 जून को एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए यह सूचना दी है कि उच्च शिक्षा चाहे वो कला वर्ग की हो या तकनीकि क्षेत्र की सभी उच्च शिक्षा के फाइनल सेमेस्टरों की परीक्षाओं का आयोजन 1 जुलाई से 31 जुलाई के बीच किया जायेगा। सभी परिक्षाऐं पूर्व में निर्धारित पैटर्न के हिसाब से ही आयोजित की जायेंगी। कोरोना महामारी के लिए जारी केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा जारी की गई सावधानियों का शक्ति से पालन किया जायेगा। खासतौर पर सफाई और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जायेगा।
जो छात्र दूसरे राज्य से संम्बन्ध रखते हैं उनके लिए पूर्व में ली गई परीक्षाओं को आधार मानते हुए और पूर्व की परीक्षाओं में प्राप्त अंको के औसत से उन्हें आगे की कक्षाओं में बढा दिया जायेगा। जो छात्र परीक्षा देने के इच्छुक हैं वे वाद में अपना प्रतिशत स्तर सुधारने के लिए परीक्षा दे सकते हैं। इच्छुक अभ्यर्थियों को शारीरिक परीक्षण के वाद पेपर देने की अनुमति दी जायेगी।
जानकारी के मुताविक उच्च शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अंकुर गुप्ता ने कहा है कि कक्षा 12वीं के और 11वीं के छात्रों को पचास प्रतिशत अंको के साथ आगे के सेमिस्टर के लिए भेज दिया जायेगा। काॅलेज प्रशासन के द्वारा पूर्व में लिए गये परीक्षणों के आधार पर आगे क्रमोन्नत कर दिया जायेगा। यदि कोई विश्वविद्यालय ऐसे छात्रों की परीक्षा लेना चाहता है जिनके पास फीस बकाया है या कोई पेपर पहले से ड्यू चल रहा है उनकी परीक्षा लेने को छूट दी गई है और उन्हें आगे केे सेमिस्टरों में भी क्रमोन्नत किया जायेगा।
सरकार ने प्रक्टिकल परीक्षाओं के लिए भी नियम बनाया है कि महाविद्यालय में प्रक्टिकल परीक्षाओं का आयोजन नहीं हुआ है तो पूर्व में ली गई परीक्षाओं के आधार पर अंक प्रदान किए जायेंगे या फिर थ्योरी की परीक्षाओं का अस्सी प्रतिशत। इसमें उसी को लिया जायेगा जो अधिक होगा। काॅलेजों में प्रवेश प्रक्रिया उनके खुद के निर्णय पर निर्भर करेगी।
प्रवेश परीक्षा महाविद्यालय स्तर पर आयोजित की जायेगी। बीेए और एमए के लिए प्रवेश केन्द्रीय आनलाइन प्रवेश उच्चतर एजुकेशन विभाग द्वारा पूर्व के आधार पर किये जाएंगे। विद्यार्थियों के लिए काॅलेज होस्टल नहीं खुलेगा। सभी शैक्षणिक संस्थानों को नए सिरे से शुरू करने लिए सरकार के आदेशानुसार एमएचए के द्वारा जारी गाइड लाइन के आधार पर फैसला किया जायेगा। इसी प्रकार कक्षा 12वीं 11वीं और पाॅलोटैक्निक के अन्तिम साल के छात्रों को अगले सेमेस्टिर के लिए क्रमोन्नत कर दिया जायेगा। सभी कुलपति एक साथ परामर्श करके राज्य सरकार को अपनी राय देंगे।
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