जॉब ओरिएंटेड कोर्सेस: करियर को सही दिशा देने के लिए करें ये टॉप कोर्स

जॉब ओरिएंटेड कोर्सेस: करियर को सही दिशा देने के लिए करें ये टॉप कोर्स
X
इन दिनों ट्रेडिशनल कोर्स करने वालों को जॉब मिलने में काफी परेशानी हो रही है। इसलिए कोर्स हमेशा वही सेलेक्ट करना चाहिए जिसमें जॉब आसानी से मिले, अच्छी मिले और जिसका फ्यूचर ब्राइट हो। करियर एडवाइजर शिखर चंद जैन आपको बता रहे हैं कुछ बेहतरीन जॉब ओरिएंटेड कोर्सेस के बारे में...

इन दिनों दुनिया भर में आर्थिक मंदी और उसके फलस्वरूप नौकरियों पर मंडराते खतरे की खबरें आप भी पढ़ रहे होंगे। हालात ऐसे हैं कि कई बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं। यानी बेरोजगारी की समस्या हर ओर दिख रही है।

सुकून देने वाली रिपोर्ट

ऐसी कंडीशन में लिंकडइन द्वारा जारी एक रिपोर्ट सुकून दे सकती है। इस रिपोर्ट में 2013 से 2017 के बीच जॉब मार्केट में बदलते ट्रेंड का आकलन किया गया है। इसके मुताबिक सबसे ज्यादा ग्रोथ वाले जॉब रोल मशीन लर्निंग, रोबोटिक इंजीनियरिंग, एप्लीकेशन एनालिस्ट, एप डेवलपमेंट, वेब डेवलपर और डाटा साइंटिस्ट के हैं। बीते 5 सालों में इन जॉब जोंस में कई गुना इजाफा हुआ है। ऐसे में अगर आप अपना भविष्य सुरक्षित करना चाहते हैं तो इन सेफ जोन सेक्टर्स में करियर बनाने के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं। इसके लिए कुछ जॉब ओरिएंटेड कोर्स हेल्पफुल हो सकते हैं।

रोबोटिक इंजीनियर

रोबोटिक्स इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और मैकेनिकल इंजीनियरिंग की शाखा है। इसका प्रयोग कंस्ट्रक्शन, डिजाइन और रोबोट्स के एप्लीकेशन और ऑपरेशन में किया जाता है। रोबोट का प्रयोग आजकल हर क्षेत्र में काफी किया जा रहा है। इस कोर्स को करने के लिए आप आईआईटी (मुंबई, चेन्नई, दिल्ली, कानपुर, खड़गपुर), इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस (बैंगलुरु), नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद, जादवपुर यूनिवर्सिटी (कोलकाता) में एडमिशन ले सकते हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंजीनियर

कंप्यूटर सिस्टम और मशीनों में ह्यूमन इंटेलिजेंस का सिमुलेशन ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहलाता है। इस प्रोसेस में लर्निंग, रीजनिंग और सेल्फ करेक्शन शामिल होता है। आने वाले दौर में इस फील्ड के बहुत डेवलप होने की संभावना है। इससे रिलेटेड कोर्स करने के लिए आप यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद, आईआईटी (मुंबई), आईआईटी (चेन्नई), इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (बैंगलुरु), इंडियन स्टैटिसटिकल इंस्टीट्यूट (कोलकाता) में एडमिशन ले सकते हैं।

साइबर सिक्योरिटी इंजीनियर

साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट, कंप्यूटर नेटवर्क सिस्टम को हैकर्स और साइबर अटैक से बचाते हैं। आजकल हर कहीं इंटरनेट का प्रयोग हो रहा है, चाहे बैंकिंग हो या दूसरे फाइनेंशियल प्लेटफॉर्म या गुप्त सूचनाओं का आदान-प्रदान। ऐसे में साइबर क्राइम बहुत बढ़ गया है। इसलिए साइबर सिक्योरिटी फील्ड में भी जॉब काफी ज्यादा है। इससे रिलेटेड कोर्स करने के लिए इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी दिल्ली, हैदराबाद और इलाहाबाद, अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च, दिल्ली में एडमिशन ले सकते हैं।

एप्लीकेशन एनालिस्ट

सॉफ्टवेयर इंफ्रास्ट्रक्चर और एप्लीकेशंस की मॉनिटरिंग, मेंटेनेंस और एडमिनिस्ट्रेशन के लिए एप्लीकेशन एनालिस्ट जिम्मेदार होता है। इन्हें इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में एप्लीकेशन डेवलपर और सॉफ्टवेयर इंजीनियर के साथ सामंजस्य बनाते हुए काम करना होता है। डेवलपर तो एप्लीकेशन को बना देता है लेकिन उसकी सही फंक्शनिंग, अपडेशन पर एनालिस्ट ही नजर रखता है। इससे रिलेटेड कोर्स करने के लिए आप कई देशी-विदेशी संस्थानों से ऑनलाइन कोर्स भी कर सकते हैं।

क्लाउड इंजीनियर

एक क्लाउड इंजीनियर आईटी प्रोफेशनल होता है। जो क्लाउड कंप्यूटिंग से जुड़ी हर तरह की टेक्नोलॉजिकल ड्यूटी को परफॉर्म करता है। इसमें डिजाइन, प्लानिंग, मैनेजमेंट, मेंटेनेंस और सपोर्ट शामिल हैं। एक क्लाउड इंजीनियर के रोल को कई भागों में बांटा जा सकता है। क्लाउड आर्किटेक्ट, क्लाउड सॉफ्टवेयर इंजीनियर, क्लाउड सिक्योरिटी इंजीनियर, क्लाउड सिस्टम्स इंजीनियर, नेटवर्क इंजीनियर। हर तरह के रोल में क्लाउड इंजीनियर को क्लाउड कंप्यूटिंग पर फोकस करना होता है। इससे रिलेटेड कोर्स के लिए पहले आपको आईटी इंजीनियरिंग करनी होगी। इसके बाद कुछ देशी-विदेशी संस्थानों से क्लाउड कंप्यूटिंग में स्पेशलाइजेशन कोर्स कर सकते हैं।

टेक अपडेट है जरूरी

भविष्य टेक्नोलॉजी आधारित जॉब्स का ही है, जिसके लिए खुद को अपडेट करना बेहद जरूरी है। जैसे-जैसे हम खान-पान की व्यवस्था, शॉपिंग का तरीका, ट्रैवलिंग मैनेजमेंट, बैंकिंग और पढ़ाई के तरीके बदल रहे हैं, वैसे नए सेक्टर में जॉब की संख्या भी बढ़ रही है। जाहिर है, अब परंपरागत फील्ड में जॉब लगातार कम हो जाएंगी। इसलिए उपरोक्त सेक्टर में डिग्री, डिप्लोमा या कोई भी अन्य स्पेशलाइजेशन कोर्स और नॉलेज हासिल करके अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं।

और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App

Tags

Next Story