अंग्रेजी नहीं आने से परेशान था टॉपर, कमजोरी को ताकत बनाकर टॉप 10 में बनाया स्थान

खिलेन्द्र का लक्ष्य शुरू से ही टॉप टेन का था, लेकिन अंग्रेजी कमजोर थी। उसने अंग्रेजी की इतनी प्रैक्टिस की, कि कमजोर विषय उसकी ताकत बन गया। कामर्स में अच्छे अंक के लिए ट्यूशन से मदद मिली।
आमा तालाब रोड स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले खिलेन्द्र देवांगन ने 12वीं की मेरिट सूची में 8वां स्थान लेकर पूरे जिले को गौरवान्वित किया है। महात्मा गांधी वार्ड में पीएचई आफिस के पास अपने घर में हरिभूमि से चर्चा करते हुए उसने बताया कि टॉप टेन में आना उसका लक्ष्य था।
10वीं कक्षा में भी उसने खूब कोशिश की थी, लेकिन परीक्षा के वक्त सेहत बिगड़ गई और वह टॉप टेन से चूक गया। 12वीं कक्षा में अपने लक्ष्य को पाने के लिए उसने 11वीं पास होने बाद ही तैयारी शुरू कर दी थी। रोजाना 6 घंटे पढ़ाई और शक्षिकों व परिजनों की सहायता से उसने लक्ष्य हासिल कर लिया।
पिता की आंखों से छलक पड़े आंसू
खिलेन्द्र के पिता कुरूद तहसील ऑफिस में दस्तावेज लेखक हैं। मंगलवार को वे सुबह से काम पर निकल गए थे। जब खिलेन्द्र ने उसे टॉप टेन में आने की जानकारी दी तो उनकी आंख से खुशी में आंसू छलक पड़े। मां श्रीमती टिकेश्वरी देवांगन का कहना है कि उनके पुत्र ने उनकी मुराद पूरी कर दी है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS