UPSC Civil Services Exam 2019 : यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम 2019 के लिए आवेदन से लेकर रिजल्ट तक जानें पूरी डिटेल्स

UPSC Civil Services Exam 2019 : यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम 2019 के लिए आवेदन से लेकर रिजल्ट तक जानें पूरी डिटेल्स
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UPSC Civil Services Exam 2019 : यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) ने सिविल सर्विस एग्जाम 2019 (Civil Services Exam 2019) का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इस परीक्षा के जरिए इस बार 896 पदों को भरा जाएगा।

UPSC Civil Services Exam 2019 :

संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) ने सिविल सर्विस एग्जाम 2019 (Civil Services Exam 2019) का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इस परीक्षा के जरिए इस बार 896 पदों को भरा जाएगा। इस परीक्षा के जरिए आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS), आईएफएस (IFS) समेत 24 केंद्रीय सेवाओं के लिए कैंडिडेट्स का चयन किया जाता है।

इसके साथ ही इंडियन फॉरेस्ट सर्विस प्री एग्जाम (Indian Forest Service Pre Examination) का नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 18 मार्च 2019 है और प्रारंभिक परीक्षा 2 जून 2019 को होगी। अगर आप भी देश की सबसे प्रतिष्ठित जॉब (Jobs) करना चाहते हैं तो फॉर्म भरकर स्मार्टली प्रिपरेशन शुरू कर दें।

क्वालिफिकेशन

सिविल सर्विसेस एग्जाम-2019 में हिस्सा लेने वाले स्टूडेंट्स के पास मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या इंस्टीट्यूट से किसी भी सब्जेक्ट में बैचलर डिग्री होनी चाहिए। बैचलर डिग्री कोर्स के फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स भी इस परीक्षा में हिस्सा ले सकते हैं। हालांकि ऐसे स्टूडेंट्स को मुख्य परीक्षा के दौरान बैचलर डिग्री प्राप्त होने का प्रमाण देना होगा।

एज लिमिट

इस परीक्षा में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स की न्यूनतम आयु 21 और अधिकतम 32 साल होनी चाहिए यानी कैंडिडेट्स का जन्म 2 अगस्त, 1987 से पहले और 1 अगस्त, 1998 के बाद न हुआ हो। अधिकतम आयु सीमा में एससी और एसटी वर्ग के कैंडिडट्स को पांच साल की छूट मिलेगी। यह छूट ओबीसी (नॉन क्रीमीलेयर) वर्ग के कैंडिडेट्स के लिए तीन साल होगी। दिव्यांगों को अधिकतम आयु सीमा में 10 साल की छूट का प्रावधान है।

सेलेक्शन प्रोसेस

कैंडिडेट्स का सेलेक्शन दो चरणों में होता है। पहला चरण प्रारंभिक परीक्षा का होगा। दूसरा चरण मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू का होगा। प्रारंभिक परीक्षा में सफल होने वालों को मुख्य परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा। मुख्य परीक्षा के सफल कैंडिडेट्स को ही इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।

प्रिलिम्स का पैटर्न

प्रिलिम्स यानी प्रारंभिक परीक्षा में कुल दो पेपर होते हैं। ये दोनों 200-200 अंकों के होते हैं। दोनों ही पेपर में ऑब्जेक्टिव टाइप सवाल (मल्टीपल च्वॉइस क्वेश्चन) पूछे जाते हैं। यह परीक्षा सिर्फ एक स्क्रीनिंग टेस्ट है यानी इस परीक्षा में सफल हुए कैंडिडेट के अंकों को मुख्य परीक्षा में नहीं जोड़ा जाता है। परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग का भी प्रावधान है यानी गलत उत्तर देने पर एक तिहाई अंक काट लिए जाते हैं।

फर्स्ट पेपर

200 अंकों के इस पेपर में नेशनल और इंटरनेशनल करेंट अफेयर्स, इंडियन हिस्ट्री और इंडियन नेशनल मूवमेंट, इंडियन एंड वर्ल्ड जियोग्राफी, इंडियन मोनार्की एंड गवर्नेंस (संविधान, पॉलिटिकल सिस्टम, पंचायती राज, सार्वजनिक नीति), इकोनॉमिक एंड सोशल डेवलपमेंट (सस्टेनेबल डेवलपमेंट, पोबर्टी, पॉपुलेशन), एन्वॉयर्नमेंटल इकोलॉजी, बायो-डायवर्सिटी, क्लाइमेट चेंज एंड जनरल साइंस जैसे विषयों से ऑब्जेाक्टिव सवाल पूछे जाते हैं। इस पेपर की अवधि 2 घंटे है।

सेकेंड पेपर

200 अंक के इस पेपर में कॉम्प्रिहेंशन, इंटरपर्सनल स्किल्स, लॉजिकल रीजनिंग और एनालिटिकल एबिलिटी, डिसिजन मेकिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग, जनरल मेंटल एबिलिटी, बेसिक न्यूमरेसी और डेटा इंटरप्रिटेशन (चार्ट, ग्राफ, टेबल) से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं। इसके लिए भी 2 घंटे का समय मिलता है।

मेन्स एग्जाम पैटर्न

मेन्स (मुख्य परीक्षा) के तहत रिटेन एग्जाम और इंटरव्यू होता है। इसमें नौ पेपर होते हैं। इनमें पूछे जाने वाले सभी क्वेश्चंस एसे टाइप होते हैं। पहले दो क्वेश्चन पेपर यानी ए और बी 300-300 अंकों के होंगे। ये दोनों क्वेश्चन पेपर क्वालिफाइंग होते हैं यानी इसमें आपको सफल होना होगा। इनके अंक मेरिट में नहीं जोड़े जाएंगे। इसके बाद बचे सात क्वेश्चन पेपर्स 250-250 अंकों के होंगे। प्रत्येक क्वेश्चन पेपर के लिए तीन घंटे का समय निर्धारित किया गया है। लिखित परीक्षा कुल 1750 मार्क्स की होती है और पर्सनालिटी टेस्ट 275 मार्क्स का होता है।

पेपर ए (क्वालिफाइंग): (कैंडिडेट्स को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किसी भी एक भारतीय भाषा का चुनाव करना होगा।)। यह 300 अंकों का होता है।

पेपर बी (क्वालिफाइंग): 300 मार्क्स का अंग्रेजी का पेपर होता है।

पेपर- 1 एसे (250मार्क्स)

पेपर- 2 जनरल स्टडीज-1 (भारतीय विरासत और संस्कृति, दुनिया और समाज का इतिहास, भूगोल) (250 मार्क्स)

पेपर 3 जनरल स्टडीज-2 (शासन, संविधान, राजतंत्र, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध) (250 मार्क्स)

पेपर 4 जनरल स्टडीज-3 (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन) (250 मार्क्स)

पेपर 5 जनरल स्टडीज-4 (आचार नीति, अखंडता, कौशल) (250 मार्क्स)

पेपर 6 ऑप्शनल सब्जेक्ट: पेपर-1 ( 250 मार्क्स)

पेपर 7 ऑप्शनल सब्जेक्ट: पेपर-2 ( 250 मार्क्स)

पर्सनालिटी टेस्ट

मेन्स एग्जाम क्लियर करने के बाद कैंडिडेट्स को पर्सनल इंटरव्यू राउंड के लिए बुलाया जाता है। 275 मार्क्स का इंटरव्यू लगभग 45 मिनट का होता है। कैंडिडेट्स का इंटरव्यूएक पैनल के सामने होता है। इंटरव्यू के बाद मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। मेरिट लिस्ट बनाते समय क्वालिफाइंग पेपर के नंबर नहीं जोड़े जाते हैं।

एप्लीकेशन फीस

आवेदन शुल्क 100 रुपए है। शुल्क का भुगतान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की किसी शाखा में चालान के जरिए नगद किया जा सकता है। इसके अलावा नेटबैंकिंग या क्रेडिट कार्ड/ डेबिट कार्ड से भी भुगतान किया जा सकता है। शुल्क के भुगतान का विकल्प ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के दौरान प्राप्त होगा। एससी, एसटी, महिलाओं और दिव्यांगों को कोई शुल्क नहीं देना है।

आवेदन करने के लिए यूपीएससी की वेबसाइट upsconline.nic.in पर जाएं। वहां मांगी गई हर जानकारी भरकर सबमिट करें। अब आवेदन फीस का भुगतान करें और अपने केंद्र का चयन कर लें। फिर फोटो, साइन और फोटो पहचान पत्र अपलोड करें। घोषणा सहमति करने के बाद आप पार्ट 2 के लिए रजिस्ट्रेशन कर लें।

इंपॉर्टेंट डेट्स

ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तारीख- 18 मार्च 2019

प्रीलिम्स एग्जाम- 2 जून 2019

वेबसाइट :www.upsc.gov.in, www.upsconline.nic.in

एक्सपर्ट व्यू

नितिन कुमार

इस तरह करें तैयारी

सिविल सर्विसेस एग्जाम में वे कैंडिडेट्स ही सफल हो पाते हैं, जो कुछ बातों का पूरी तरह ध्यान रखते हैं। इनमें से प्रमुख हैं-

-यदि कैंडिडेट में किसी चीज को समझने की जिज्ञासा ज्यादा है, तो वह किसी विषय वस्तु को सूक्ष्म एवं व्यापक स्तर पर समझ पाएगा और उसके सभी पहलुओं को समाहित कर उस मुद्दे की अच्छी समझ का लाभ उत्तर में ले सकता है।

-प्रशासनिक मनोदृष्टि और रवैए से व्यक्ति सूचना को ज्ञान में बदल सकता है और उस ज्ञान को व्यावहारिक रूप देकर आर्थिक, सामाजिक, कानून व्यवस्था की समस्या का समाधान कर सकता है। ऐसी मनोदृष्टि को निबंध और एथिक्स के पेपर में जांचा-परखा जाता है।

-अपने व्यक्तित्व के कमजोर एवं मजबूत पक्ष को पहचानें, न कि एग्जाम टॉपर्स को आंख मूंदकर उनके रणनीति को अपनाएं।

-प्रारंभिक परीक्षा हो या मुख्य परीक्षा या साक्षात्कार हर एक स्तर पर समसामयिकी से या तो प्रत्यक्ष संबंध होता है या अप्रत्यक्ष, खासकर राज्य व्यवस्था, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, गवर्नेंस, अर्थव्यवस्था, विज्ञान एवं तकनीकी, सामाजिक मुद्दे, पर्यावरण के क्षेत्र में। यदि आप सिर्फ कोचिंग संस्थाओं द्वारा मुहैया कराए गए संकलन पर आश्रित रहते हैं, तो आप मुद्दे को आंशिक रूप से समझ पाते हैं और उससे जुड़ नहीं पाते। अतः रोजाना अखबार पढ़ना बहुत जरूरी है।

-मूल टेक्स्टबुक से आप अपनी समझ को न सिर्फ बेहतर करते हैं बल्कि अवधारणाओं की बारीकियों को समझ पाते हैं। जैसे- एनसीईआरटी की पुस्तकें, इग्नू के बुकलेट इत्यादि।

-प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की तैयारी अलग-अलग नहीं करें, समग्र तैयारी करें क्योंकि मुख्य परीक्षा में बहुत सारे विषयों को समाहित किया गया है और मुख्य परीक्षा के दौरान वक्त करीब 2 महीने का ही मिल पाता है। अतः आप कुछ नया करने की स्थिति में नहीं होते हैं।

-उत्तर लिखने का लगातार अभ्यास करें ज्यादा से ज्यादा बुलेट प्वाइंट, कॉलम, फ्लोचार्ट, पाई चार्ट मानचित्र का प्रयोग करें, उत्तर लिखने के दौरान खासकर निष्कर्ष लिखने में सकारात्मक सोच अपनाएं।

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