अमेरिका, आस्ट्रेलिया की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी छात्रों की वर्चुअल पढ़ाई

अमेरिका, आस्ट्रेलिया की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी छात्रों की वर्चुअल पढ़ाई
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कोरोना संक्रमण जहां लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। वहीं लोगों के कार्यों के साथ बच्चों की पढ़ाई पर बुरी तरह से असर पड़ा है। राज्य के सरकारी और निजी स्कूल मार्च 2020 से बंद हैं। स्थिति सामान्य होने के बाद एक बार स्कूल खोलने की तैयारी की गई लेकिन कोरोना के घटते-बढ़ते प्रभाव के चलते राज्य सरकार ने बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया।

कोरोना संक्रमण जहां लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। वहीं लोगों के कार्यों के साथ बच्चों की पढ़ाई पर बुरी तरह से असर पड़ा है। राज्य के सरकारी और निजी स्कूल मार्च 2020 से बंद हैं। स्थिति सामान्य होने के बाद एक बार स्कूल खोलने की तैयारी की गई लेकिन कोरोना के घटते-बढ़ते प्रभाव के चलते राज्य सरकार ने बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया। बच्चों की पढ़ाई के मद्देनजर माध्यमिक शिक्षा मंडल ने अब अमेरिका तथा आस्ट्रेलिया की तर्ज पर ओपन स्कूल के माध्यम से वर्चुअल पढ़ाई कराने का निर्णय लिया है।

उल्लेखनीय है कोरोना एक वैश्विक महामारी है। इससे बचने हर हाल में सोशल डिस्टेंसिग का पालन करना होगा। ऐसी स्थिति में कई देश बच्चों की पढ़ाई के लिए तकनीक का इस्तेमाल करते हुए वर्चुअल स्कूल संचालित कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के अफसरों के मुताबिक नौवीं से बारहवीं तक के छात्रों की पढ़ाई वर्चुअल स्कूल के माध्यम से की जाएगी। इसके लिए प्रवेश से लेकर पढ़ाई और परीक्षा ऑनलाइन पद्धति से होगी। वर्चुअल स्कूल का सेटअप एनआईसी विकसित कर रहा है।

सभी विषयों की पढ़ाई होगी

वर्चुअल पढ़ाई व्यवस्था में कक्षा नौवीं, दसवीं के लिए हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषय पर पढ़ाई होगी। इसी प्रकार से 11वीं और 12वीं के लिए कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय की पढ़ाई होगी। कक्षा नौवीं और दसवीं के लिए सभी 6 विषय अनिवार्य हैं तथा कक्षा ग्यारहवीं एवं बारहवीं के लिए छात्र कला, विज्ञान, जीव विज्ञान, गणित एवं वाणिज्य संकाय में प्रवेश ले सकते हैं।

पाठ्यक्रम में 30 प्रतिशत कटौती

जानकारी के मुताबिक वर्चुअल पढ़ाई में माध्यमिक शिक्षा मंडल के पाठ्यक्रम में 30 प्रतिशत की कटौती करने की बात सामने आ रही है। वर्चुअल स्कूल के अंतर्गत प्रत्येक पाठ्यक्रम को 10 इकाई में विभाजित किया जाएगा। साथ ही इकाई से संबंधित पाठ्यक्रम को पीडीएफ फाइल के रूप में वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। जरूरत के मुताबिक संबंधित विषय के वीडियोे लेक्चर तैयार करवाकर वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे।

असाइनमेंट पास करने पर फायनल एग्जाम में पात्रता

वर्चुअल पढ़ाई में 11वीं और 12वीं के विद्यार्थियोें को उनके विषय अनुसार तथा 9वीं और 10वीं के विद्यार्थियों को उनकी पढ़ाई के मुताबिक असाइनमेंट जारी किया जाएगा। असाइनमेंट पास करने वाले विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षा में बैठने की पात्रता रहेगी। साथ ही अगले वर्ष की पढ़ाई के लिए छात्र को वर्चुअल परीक्षा पास करना जरूरी होगा।


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