बलरामपुर : रेस्ट हाउस से जुड़ा है महिला डिप्टी कलेक्टर और पुलिस अफसर का विवाद !

बलरामपुर। महिला डिप्टी कलेक्टर ज्योति बबली बैरागी ने वाड्रफनगर एसडीओपी ध्रुवेश कुमार जायसवाल पर बदनीयती का आरोप लगाया है। डिप्टी कलेक्टर ने कल बुधवार को इस संबंध में कलेक्टर को पत्र लिखकर एसडीओपी के खिलाफ एफआईआर कराने की अनुमति भी मांगी है। वहीं इस मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय से भी निष्पक्ष जांच करने का आदेश आया है।
क्या है मामला
चर्चा है कि इस विवाद के तार 22 अप्रैल की घटना से जुड़े हुए हैं। बताया जा रहा है कि डिप्टी कलेक्टर और तत्कालीन एसडीएम ज्योति बबली बैरागी वाड्रफनगर के पीडब्ल्यूडी के रेस्ट हाउस में ठहरी हुई थीं। इस दौरान आईपीएस ऑफिसर डॉ. लाल उमेद सिंह और उनका परिवार 22 अप्रैल की दोपहर 2 बजे रेस्ट हाउस में रुकने के लिए पहुंचा। इसके बाद महिला डिप्टी कलेक्टर को सूचित करने के बाद उनका सामान दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया।
ज्योति बबली बैरागी शाम 7 बजे रेस्ट हाउस पहुंची। उन्हें उनका सामान शिफ्ट करना नागवार गुजरा और वे तैश में आ गई। आरोप है कि इसके बाद उन्होंने आईपीएस अफसर और उनके परिवार से बदतमीजी की। इसकी सूचना मिलने पर एसडीओपी ध्रुवेश कुमार जायसवाल मौके पर पहुंचे और बीच-बचाव किया। इस दौरान डिप्टी कलेक्टर ने एसडीओपी से भी बदतमीजी की।
इस घटना से आहत होकर एसडीओपी ध्रुवेश कुमार जायसवाल और आईपीएस अफसर लाल उमेद सिंह अपने परिवार के साथ पीडब्ल्यूडी के रेस्ट हाउस से निकल गये।
बाद में आईपीएस और उनके परिवार को फारेस्ट डिपार्टमेंट के रेस्ट हाउस में रुकवाया गया।
इस घटना की खबर जिले के कलेक्टर संजीव कुमार झा तक भी पहुंची। इसके बाद ज्योति बबली बैरागी को एसडीएम पद से हटा दिया गया और जिला कार्यालय में अटैच कर दिया गया।
इस मामले में महिला डिप्टी कलेक्टर से फोन से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया है।
इस मामले में एसडीओपी ध्रुवेश कुमार जायसवाल ने बताया कि- 'इस मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई गई है, जिसकी अध्यक्षता जिला पंचायत सीईओ कर रहे हैं। उनकी रिपोर्ट आने के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।'
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