स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने सुपेबेड़ा में बीमारी की बताई चार वजह, कहा - सरकार ने कर दी है निराकरण की शुरूआत

स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने सुपेबेड़ा में बीमारी की बताई चार वजह, कहा - सरकार ने कर दी है निराकरण की शुरूआत
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सुपेबेड़ा में फैली किडनी की बीमारी को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने सोमवार को कहा कि सुपेबेड़ा में जल की स्थिति ठीक नहीं है, डाईविटीस की वजह से किडनी पर असर पड़ रहा है, रीनल किडनी के डिस्फनक्शनल की वजह से मौतें हो रही हैं।

रायपुर। सुपेबेड़ा में फैली किडनी की बीमारी को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने सोमवार को कहा कि सुपेबेड़ा में जल की स्थिति ठीक नहीं है, डाईविटीस की वजह से किडनी पर असर पड़ रहा है, रीनल किडनी के डिस्फनक्शनल की वजह से मौतें हो रही हैं। इसके अलावा पानी, मलेरिया और डायबीटीस की वजह से भी बीमारियां हो रही हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सुविधा उपलब्ध कराना और बीमारी को दूर करना हमारा मकसद है, गंभीरता से सरकार ने वहां इसके निराकरण के लिए काम की शुरुआत की है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चार वजहों से बीमारी है। पानी के अतिरिक्त जेनेटिक फैक्टर भी एक वजह हैए पानीए मलेरिया और डायबीटीस की वजह से भी बीमारियां हो रही है। गंभीरता से सरकार ने वहां इसके निराकरण के लिए काम की शुरुआत की है।

सिंहदेव ने कहा कि डायलिसिस के पहले दवाओं से भी उनके जीवन स्तर को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है। जो लोग किडनी की बीमारी से ग्रस्त हो गए हैं उनके लिए सामान्य से हटकर ध्यान दिया जा रहा है। दो मोबाइल यूनिट, डायलिसिस की व्यवस्था, दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया करीब 200 से 250 लोगों के किडनी की बीमारी से पीड़ित होने की संभावना है। जो लोग ईलाज के लिए रायपुर या दूसरे स्थानों पर जा रहे हैं, उनका भी बेहतर उपचार हो रहा है। कई ऐसे काम भी कर रहे हैं कि जिससे डायलिसिस की जरूरत नहीं पड़े। उन्होंने बताया एम्स के विशेषज्ञ वहां जा रहे हैं और वे लगातार सहयोग भी कर रहे हैं। केंद्र सरकार से सीधे हमने मदद नहीं मांगा है, लेकिन एम्स और केंद्र से जुड़ी दूसरी संस्थाओं से मदद ले रहे हैं। जांच और परीक्षण लगातार चलता रहे, लेकिन उसकी वजह से इलाज कभी बाधित नहीं होगा।


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