नेत्रहीन दिव्यांग विद्यालय में मनाई गई होली, रंगों को पहचान लेते हैं खुशबू से

कोरिया। मनेन्द्रगढ़ में संचालित नेत्रहीन दिव्यांग विद्यालय में बच्चों ने होली का पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया। कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ में आमाखेरवा इलाके में संचालित नेत्रहीन विद्यालय में लगभग 60 से अधिक दिव्यांग बच्चे रहते हैं। कुदरत ने भले ही इन्हे आंखें नहीं दी लेकिन फिर भी ये रंगों का मिजाज अच्छी तरह समझते हैं। इन बच्चों ने कभी रंगों को देखा नहीं फिर भी ये अलग अलग तरीकों से अपने जीवन मे रंग भर रहे है।
इस नेत्रहीन विद्यालय के बच्चों ने कहा कि- 'होली का अर्थ विभिन्न रंगों को एक करना है यानी हर धर्म व तबके के लोगों की एकता का प्रतीक ये पर्व हमारे अंधेरे जीवन में भी उल्लास का एक रंग बिखेर जाता है।'
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