ऑपरेशन ब्लैकआउट : पांच अफसरों को निलंबन का 'हल्का करंट', जांच के बाद दिया जाएगा 'टर्मिनेशन शॉक'

ऑपरेशन ब्लैकआउट : पांच अफसरों को निलंबन का हल्का करंट, जांच के बाद दिया जाएगा टर्मिनेशन शॉक
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सत्ता से लेकर विपक्ष तक, सड़क से लेकर सरकारी दफ्तरों तक, केन्टीन से लेकन बुलेटिन तक, पंचायत भवन से लेकर राजभवन तक, बस एक ही चर्चा - 'आईएनएच न्यूज' और 'लिंकिंग गुरू' का ‘ऑपरेशन ब्लैक आउट’। सरकार ने पांच इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है। पढ़िए और वीडियो में देखिए पूरी खबर-

रायपुर। 'आईएनएच न्यूज' और 'लिंकिंग गुरू' की जॉइंट टीम के 'ऑपरेशन ब्लैक आउट' में विद्युत कंपनी ने सीएसपीडीसीएल यानी छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी में पदस्थ इंजीनियरों के सस्पेंड कर दिया है। दरअसल, इस खुलासे के बाद न केवल छत्तीसगढ़ में बल्कि दूसरे प्रदेशों में भी छत्तीसगढ़ पॉवर कंपनी की भद्द पिट गई है। सरकारी तंत्र में हड़कंप मच गया है। सत्ता से लेकर विपक्ष तक, सड़क से लेकर सरकारी दफ्तरों तक, केन्टीन से लेकन बुलेटिन तक, पंचायत भवन से लेकर राजभवन तक बस बिजली विभाग की यह कारगुजारी ही सुर्खियों में है। लिहाजा, पावर कंपनी और प्रदेश सरकार ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है।

जिन अधिकारियों को निलंबित किया गया है उनमें- सरकंडा(बिलासपुर) के डोमेन्द्र कुमार साहू, भिलाई(चरौदा) के सहायक अभियंता महेशवर टंडन और कटघोरा के कनिष्ठ अभियंता योगेश कुमार साहू शामिल हैं। निलंबन के साथ इन अधिकारियों को क्रमशः सुकमा, बीजापुर तथा दंतेवाड़ा में मुख्यालय में अटैच कर दिया है। वहीं दो दिन पूर्व कटघोरा एवं देवरी क्षेत्र (बालोद) में पदस्थ कनिष्ठ अभियंता नारायण प्रसाद सोनी एवं सुनील कुमार ठाकुर का भी निलंबन किया गया था।

इस खुलासे के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ओर पॉवर कंपनी के चेयरमेन शैलेन्द्र शुक्ला की जिस तरह की प्रतिक्रियाएं दी है, उनसे साफ है कि दोषी अफसरों के खिलाफ निलंबन मात्र कार्रवाई नहीं है। मामले की जांच के बाद उन्हें टर्मिनेट भी किया जा सकता है। देखिए खबर-


'आईएनएच न्यूज' और 'लिंकिंग गुरू' की जॉइंट टीम के ऑपरेशन ब्लैक आउट में बिजली विभाग में पदस्थ अफसर किस तरह रंगेहाथों धरे गए। किस तरह पूरी टीम ने उन्हें ट्रैप किया, पूरी विस्तार से जानकारी लेने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें -


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